इटानगरः अरुणाचल प्रदेश की राजधानी की एयर कनेक्टिविटी की महत्ता को समझते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इटानगर से 15 किलोमीटर दूर होलोंगी में एक ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है.
645 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले इस प्रोजेक्ट में एयरपोर्ट पेवमेंट का निर्माण, एयरसाइड वर्क, टर्मिनल बिल्डिंग और सिटी साइड वर्क शामिल हैं. प्रस्तावित एयरपोर्ट ए-320 कैटेगरी के एयरक्राफ्ट के ऑपरेशन के हिसाब से डिज़ाइन किया गया है और भविष्य में रनवे को 500 मीटर की लंबाई तक बढ़ाया जाएगा ताकि ए-321 टाइप के एयरक्राफ्ट का ऑपरेशन किया जा सके.
4100 स्क्वायर किलोमीटर की एरिया के साथ व्यस्त समय में भी टर्मिनल बिल्डिंग एक साथ 200 यात्रियों को हैंडिल कर सकेगी. आठ चेक-इन काउंटर्स के साथ टर्मिनल बिल्डिंग में सारी आधुनिक सुविधाएं होंगी.
विकास का कार्य तेजी से जारी है और लगभग 80 फीसदी एयरसाइड काम पूरा किया जा चुका है. नई अंतरिम टर्मिनल बिल्डिंग का काम लगभग 30 फीसदी तक पूरा किया जा चुका है. उम्मीद की जा रही है कि एयरपोर्ट 15 अगस्त 2022 से ऑपरेशनल हो जाएगा.
यह पूरी बिल्डिंग एनर्जी एफिशिएंट होगी. इसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी. इसमें एटीसी टावर/टेक्निकल ब्लॉक, फायर स्टेशन, मेडिकल सेंटर इत्यादि बनवाया जाएगा. एयरपोर्ट का इंटीरियर इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यात्रियों को सुकून और शांति मिल सके.
पीएम मोदी आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण पूर्व एशिया का गेटवे बनाना चाहते हैं. स्थानीय लोगों की काफी दिनों से यह मांग थी कि वहां पर एयरपोर्ट बने ताकि राजधानी इटानगर की कनेक्टिविटी बन सके. इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविथि को भी बढ़ाया जा सकेगा.
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