क्योंझर, 16 अप्रैल (भाषा) ऑस्ट्रेलियाई मिशनरी ग्राहम स्टेंस और उनके दो नाबालिग बेटों की जलाकर हत्या करने के बहुचर्चित मामले के दोषियों में शामिल महेंद्र हेम्ब्रम को 25 साल की सजा काटने के बाद बुधवार को ओडिशा की क्योंझर जेल से रिहा कर दिया गया।
हेम्ब्रम अब 50 साल का हो चुका है और उसे अच्छे आचरण के आधार पर जेल से रिहा किया गया है।
अदालत ने हेम्ब्रम और दारा सिंह उर्फ रवींद्र पाल सिंह को स्टेंस और उनके बेटों की नृशंस हत्या का दोषी करार दिया था। स्टेंस और उनके बेटों को 21 जनवरी 1999 की रात को कथित तौर पर सिंह के नेतृत्व में एक भीड़ ने जिंदा जला दिया था।
घटना के समय पीड़ित क्योंझर जिले के मनोहरपुर गांव में एक वाहन में सो रहे थे। इस हत्याकांड की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हुई थी और बड़े पैमाने पर निंदा की गई।
हेम्ब्रम ने जेल के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘धर्मांतरण से संबंधित एक मामले में मुझे गलत तरह से फंसाया गया जिसकी वजह से 25 साल जेल में बिताने पड़े। आज मुझे रिहा कर दिया गया है।’’
भाषा धीरज वैभव
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