scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमदेशसरकार अग्निवीरों को नौकरी देने के लिए इतनी ही गंभीर, तो 1 करोड़ से ज्यादा सरकारी पद खाली क्यों: वरुण गांधी

सरकार अग्निवीरों को नौकरी देने के लिए इतनी ही गंभीर, तो 1 करोड़ से ज्यादा सरकारी पद खाली क्यों: वरुण गांधी

गांधी ने आगे कहा कि, 'नौकरी के इतने विकल्पों और अग्निवीरों की इतनी मांग जब देश के सरकारी और गैर सरकारी जगहों पर है तो अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन कर रहे युवाओं का आंदोलन तत्काल खत्म हो जाना चाहिए था.

Text Size:

नई दिल्ली: भाजपा नेता वरुण गांधी ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अग्निपथ योजना का विरोध कर युवाओं का समर्थन किया और उनकी मांगों सरकार से ध्यान देने की बात कही. उन्होंंने इस दौरान विभिन्न विभागों में खाली पड़े सरकारी पदों को लेकर सवाल खड़े किए.

वरुण गांधी ने कहा, ‘कभी मुकदमे तो कभी NOC न देने की धमकी देकर हम ही संवाद के रास्ते बंद कर रहे हैं. कोई नयी योजना लागू करने से पहले रिक्त पड़े लाखों पदों को भरने का ब्लूप्रिंट छात्रों से साझा करे सरकार. यही वक्त की सबसे बड़ी माँग है.’

ट्विटर पर जारी 3:43 मिनट के वीडियो में वरुण गांधी कहते हैं कि, ‘अग्निपथ योजना को लेकर तेजी से बदलते घटनाक्रम, रोजाना हो रही अनेकों घोषणाएं, असमंजस के साथ-साथ आश्चर्यचकित करने वाली भी हैं. चार वर्षों तक सेवा देने के पश्चात सेना से बाहर निकलने वाले अग्निवीरों के लिए सरकार से संबंधित विभागों द्वारा अपने यहां नौकरी देने की बातें रोज सामने आ रही हैं. नौकरी देने की होड़ में अब देश के बड़े-बड़े उद्योगपति भी शामिल हो गये हैं. सबने अपनी-अपनी कंपनियों में इन अग्निवीरों को नौकरी देने की बात की है. उन्होंने कहा सरकार एवं उद्यमियों द्वारा किए गए वादे स्वागत योग्य हैं.’

गांधी ने आगे कहा कि, ‘नौकरी के इतने विकल्पों और अग्निवीरों की इतनी मांग जब देश के सरकारी और गैर सरकारी जगहों पर है तो अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन कर रहे युवाओं का आंदोलन तत्काल खत्म हो जाना चाहिए था. मैंने कई युवाओं से इस संबंध में बात की और उनकी राय जाननी चाही. युवा इन आश्वासनों को लेकर उदासीन हैं और उनके अपने तर्क हैं जो कि सरकारी आंकड़ों पर आधारित हैं.’

उन्होंने कहा, ‘ये आंकड़े पूर्व सैनिकों के प्रति सरकारी उदासीनता का परिचय देते हैं. सरकार के 34 विभागों में ग्रुप सी के कर्मचारियों की 10 लाख 84 हजार 705 पद हैं. इनमें से पूर्व सैनिकों की संख्या महज 13 हजार 976 है. जो कुल दी गई नौकरियों का 1.25 प्रतिशत हैं.’

वरुण गांधी ने कहा, ‘वहीं 34 विभागों की ग्रुप डी की नौकरियों की संख्या 3 लाख 25 हजार 265 हैं. जिनमें से पूर्व सैनिक मात्र 8 हजार 442 हैं. अगर इन आंकड़ों को देखें तो तमाम सरकारी और गैरसरकारी विभागों द्वारा नौकरी देने की बात महज खानापूर्ति लग रही है.’

भाजपा नेता ने कहा कि सरकार अग्निवीरों को नौकरी देने के लिए इतनी ही गंभीर है तो देश में एक करोड़ से भी अधिक सरकारी पद रिक्त क्यों हैं. युवाओं ने यही सवाल देश के उद्यमियों से भी किया है. मुझे पूरी उम्मीद है कि युवाओं को इसका जवाब जरूर मिलेगा और उनकी परेशानियां हल होंगी.

उन्होंने योजना के खिलाफ हो रहे तोड़-फोड़ और उग्र प्रदर्शन को लेकर कहा कि, ‘साथियों तोड़-फोड़, किसी भी तरह के उग्र प्रदर्शन के लिए हमारे लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है. सेना ने यह साफ कहा है कि प्रदर्शन के दौरान जिन युवाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी, उन्हें आर्मी में बहाली नहीं मिलेगी.

गांधी ने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी एक निर्दोष युवा के खिलाफ झूठा मामला न दर्ज हो. हालांकि प्रशासन जब खुद युवाओं के आंदोलन को खत्म करने पर अमादा है तो एफआईआर का गलत इस्तेमाल कर निर्दोषों को फंसाकर आंदोलन को दबाने का प्रयास नहीं होगा ऐसा नहीं हो सकता.

उन्होने कहा कि संबंधित माननीय न्यायालयों और सरकारों से उम्मीद है कि वो इस दिशा में भी गौर करेंगे. उन्होंने आंदोलनकारियो से अपील की कि साथियों आप अहिंसा के रास्ते पर चलकर अपनी बात सरकार तक रखिए न्याय अवश्य होगा.


यह भी पढ़ें: फिर से दसवीं करना, नकली आधार बनाना- अग्निपथ आयु सीमा को मात देने के लिए आगरा के युवाओं का ‘प्लान बी’


 

share & View comments