नई दिल्ली: प्याज की लगातार बढ़ती कीमत और मार्केट में कमी की वजह से केंद्र सरकार ने रविवार को प्याज़ के किसी भी तरह के निर्यात पर रोक लगा दी है. विदेशी व्यापार के डायरेक्टर जनरल (डीजीटीए) ने एक बयान में कहा कि किसी भी तरह के प्याज़ के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है.
डीजीटीए वाणिज्य मंत्रालय का एक हिस्सा होता है, जिसको आयात-निर्यात के मामलों को संभालना होता है. डीजीटीए ने 13 सितंबर को प्याज़ का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 850 अमेरिकी डॉलर प्रति टन कर दिया था. ये कदम इसलिए उठाया गया था ताकि निर्यात में कमी आए, जिससे देश में इसकी बढ़ती कीमत पर लगाम लगाया जा सके.
विदेश व्यापार निदेशालय (डीजीएफटी) की ओर से रविवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, आईटीसी (एचएस) की अनुसूची-2 के अध्याय-7 की क्रम संख्या 51 और 52 के तहत आने वाले मदों में प्याज निर्यात नीति में संशोधन करते हुए प्याज की सभी वेरायटी के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. यह रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी.
Central government has imposed stock limits on onion traders to facilitate release of stocks in the market and prevention of hoarding by traders. The stock limit of 100 quintals on retail traders and 500 quintals on wholesale traders has been imposed across the country, today. pic.twitter.com/44grS5GDTi
— ANI (@ANI) September 29, 2019
आम लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार उसके पास मौजूद प्याज़ के स्टॉक में से 50,000 टन को मार्केट में उतार रही है. महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्याज़ उत्पादक राज्यों के बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित होने के बीच केंद्र ने प्याज़ की कालाबाज़ारी और जमाखोरी को लेकर भी चेतावनी दी है.
यही नहीं, केंद्र ने राज्यों में व्यापारियों के ऊपर प्याज़ का स्टॉक रखने की भी एक सीमा तय की है. इस सीमा के तहत खुदरा व्यापारी 100 क्विंटल और थोक व्यापारी 500 क्विंटल से ज़्यादा प्याज़ नहीं रख सकते हैं. केंद्र ने राज्यों को इस सीमा को सख्ती से लागू करने को कहा है.
केंद्र सरकार ने नैफेड को सफल, मदर डेयरी एवं एनसीसीएफ के बिक्री केंद्रों के साथ-साथ खुद विक्रय केंद्रों के जरिए दिल्ली में प्याज का वितरण करने का निर्देश देते हुए कहा है कि प्याज की कीमत 24 रुपये प्रति किलो से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इससे पहले केंद्र सरकार ने शुक्रवार को प्याज की सप्लाई में कमी को दूर करने का भरोसा दिलाया.
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरमण मंत्री राम विलास पासवान ने एक ट्वीट में कहा, ‘प्याज की मांग की पूर्ति हर हाल में तत्काल की जाएगी.’ सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से प्याज के दाम में गिरावट आई है. दिल्ली की आजादपुर मंडी में प्याज का थोक भाव शनिवार को 17-42.50 रुपये प्रति किलो था, जोकि एक सप्ताह पहले 50 रुपये प्रति किलो तक चला गया था.
दिल्ली में 23 रुपए 90 पैसे किलो मिलेगा प्याज़
दिल्ली में आसमान छूती प्याज की कीमत से परेशान राजधानी वासियों को अरविंद केजरीवाल सरकार ने शनिवार राहत की सौगात दी. अरविंद केजरीवाल सरकार का दावा है कि वो 23 रुपए 90 पैसे किलो के हिसाब से लोगों को प्याज दे रही है. प्याज बेचने के लिए 70 मोबाइल वैन का इंतजाम किया गया है. जिसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को सचिवालय गेट से झंडा दिखाकर रवाना किया. इसके अलावा चार सौ राशन दुकानों पर भी प्याज बेचा जा रहा है.
प्रारंभिक तौर पर प्रतिदिन सौ लाख टन प्याज का इंतजाम किया गया है. जरूरत के हिसाब से इसकी समीक्षा होगी. भविष्य में ज़रूरत बढ़ी तो प्याज का स्टाक बढ़ाया जाएगा और एक व्यक्ति को एक दिन में अधिकतम पांच किलो प्याज़ ही मिलेगा. प्याज बेचने का काम सुबह दस से शाम पांच बजे तक होगा. इसके लिए कोई भी पहचान पत्र नहीं चाहिए.