scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेश‘सरकार वैट कम करे', राजस्थान में पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल, 2 दिनों तक सभी पंप बंद रहेंगे

‘सरकार वैट कम करे’, राजस्थान में पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल, 2 दिनों तक सभी पंप बंद रहेंगे

पेट्रोल पंप संचालकों का हड़ताल आज और कल रहेगा. इस दौरान पूरे प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. हड़ताल राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर लगाए जाने वाले वैट को लेकर है.

Text Size:

नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पूरे राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों ने दो दिनों के हड़ताल का ऐलान किया है. पेट्रोल पंप संचालकों का हड़ताल आज और कल रहेगा. इस दौरान पूरे प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. हड़ताल राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर लगाए जाने वाले वैट को लेकर है.

एक पेट्रोल पंप संचालक ने कहा कि हमनें यह हड़ताल डीजल की कीमतों में कमी की मांग को लेकर बुलाई है. उन्होंने कहा, “दूसरे राज्यों में वैट कम है जबकि राजस्थान में वैट काफी अधिक है. इससे डीजल की कीमत भी ज्यादा है. कीमत अधिक होने के चलते बिक्री कम हो रही है. लोग कोशिश करते हैं कि दूसरे राज्यों में अधिक से अधिक डीजल भरा लिया जाए.” 

हालांकि, दो दिवसीय हड़ताल आज सुबह से शुरू हुई, लेकिन कई शहरों में इसका असर पहले से ही देखने को मिला. उदयपुर में मंगलवार शाम से ही सभी पेट्रोल पंप बंद कर दिए गए. पेट्रोल और डीजल की कमी को देखते हुए लोगों ने पहले ही रखना शुरू कर दिया था. कल प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप पर भारी भीड़ देखने को मिली.

एक पेट्रोल पंप संचालक राकेश भंडारी ने कहा कि राज्य के सीएम से डीजल की कीमतें कम करने की अपील करने के लिए हड़ताल की जा रही है क्योंकि अन्य राज्यों की तुलना में यहां कीमतें काफी अधिक हैं.

उन्होंने कहा, “सुबह 10:00 बजे से शाम 18:00 बजे तक दो दिवसीय हड़ताल है और हम सीएम से अपील कर रहे हैं कि डीजल की कीमत कम करें क्योंकि अन्य राज्यों में वैट कम है और यहां डीजल की कीमत अधिक है इसलिए कीमत कम होनी चाहिए. इससे बिक्री में एकरूपता सुनिश्चित होगी.”

उन्होंने आगे कहा कि यह 2 दिन की हड़ताल है और इसके बाद वे अनिश्चितकालीन हड़ताल की योजना बना रहे हैं.

एक अन्य पेट्रोल पंप संचालक ने कहा कि राजस्थान में रेट अधिक होने के चलते बहुत सारे ट्रक और बस ड्राइवर दूसरे राजस्थान घुसने से पहले ही डीजल भरवा लेते हैं जिससे हमारे व्यवसाय का नुकसान हो रहा है. यह हमारे साथ साथ राज्य की अर्थव्यवस्था का भी नुकसान है.


यह भी पढ़ें: ‘हमारी सामाजिक प्रथाओं के लिए खतरा’, नागालैंड विधानसभा ने सर्वसम्मति से UCC के खिलाफ प्रस्ताव पास किया


 

share & View comments