जयपुर, 20 मई (भाषा) कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार स्पष्ट करे कि पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष विराम किन आश्वासनों व मापदंडों के आधार पर किया गया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की साख व विश्वसनीयता संदिग्ध है।
पायलट ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, “केंद्र सरकार को यहां स्पष्ट करना चाहिए कि किन मापदंडों को देखकर, किन आश्वासनों के आधार पर संघर्ष विराम किया गया है।”
उन्होंने कहा, “और अमेरिका के हस्तक्षेप व उसकी कश्मीर पर मध्यस्थता की बात को सिरे से नकारना चाहिए। हमारे विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वक्तव्य दें उसका कोई मतलब नहीं है। शीर्ष स्तर से इसका खंडन आना चाहिए कि हमने व्यापार के लोभ में या डर से ये समझौता नहीं किया है।”
पायलट ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है।
उन्होंने कहा, “जिस प्रकार से संघर्ष विराम किया गया, इसकी घोषणा एक तीसरे मुल्क के राष्ट्रपति करते हैं। यह अप्रत्याशित है। आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ है। पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की घोषणा के चंद घंटों बाद उसका उल्लंघन किया… तो जिस देश से आपने समझौता किया है उस देश की क्या साख व विश्वसनीयता है कि आगे इस तरह के काम नहीं होंगे।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि कश्मीर द्विपक्षीय मामला रहा है और इसका अंतरराष्ट्रीयकरण करना बड़ा दुर्भाग्य है और यह होना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा, “अलग-अलग देशों से जो आवाज आ रही हैं, उनमें कहीं न कहीं भारत और पाकिस्तान को एक तराजू पर तौलने का काम किया जा रहा है, जो गलत है क्योंकि दोनों की कोई तुलना नहीं है।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे पेशेवर सेना भारत की है।
भाषा पृथ्वी नोमान
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