नई दिल्ली: शुक्रवार को ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिग को लेकर केंद्र सरकार ने कड़ी आलोचना की है. भारत सरकार ने रैंकिग को अवैज्ञानिक बताया है. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने इंडेक्स का विरोध करते हुए कहा, ‘यह जानकर हैरानी हुई कि ग्लोबल हंगर रिपोर्ट 2021 ने कुपोषित आबादी को लेकर किए गए एफएओ के अनुमान के आधार पर भारत की रैंक कम कर दी है, जो जमीनी हकीकत-तथ्यों से परे है और मेथडॉलजी के मुद्दों से जूझ रहा है.’
Shocking to find that Global Hunger Report 2021 has lowered rank of India on basis of FAO estimate on proportion of undernourished population, which is found to be devoid of ground reality& facts&suffers from serious methodological issues: Women & Child Development Ministry (1/2) pic.twitter.com/VCMzjBs1vS
— ANI (@ANI) October 15, 2021
मंत्रालय ने आगे कहा है कि ‘ग्लोबल हंगर रिपोर्ट, कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्ट हंगर हिल्फ़ की प्रकाशन एजेंसियों ने रिपोर्ट जारी करने से पहले अपना काम ठीक से नहीं किया है.’ मंत्रालय ने दावा किया है कि एफएओ की इस्तेमाल की जाने वाली कार्यप्रणाली ‘अवैज्ञानिक’ है.
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बता दें कि गुरूवार को जारी हुई ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत ने 116 देशों में से 101वें पायदान पर अपनी जगह बनाई थी. इंडेक्स में पिछले साल के मक़ाबले भारत इस बार कई पायदान नीचे गिरा है. साल 2020 में यह 107 देशों में से 94वें स्थान पर था. साथ ही भारत उन 31 देशों में भी शामिल हैं जिन्हें ‘भूख की गंभीर’ श्रेणी में रखा गया है.
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