नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) सरकार ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना की एक ब्रिगेड पर आत्मघाती हमले और पंजाब के जालंधर में ड्रोन हमले का दावा करने संबंधी सोशल मीडिया पर साझा किए गए कुछ वीडियो को ‘‘फर्जी खबर’’ करार देते हुए खारिज कर दिया।
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की ‘फैक्ट चेक’ इकाई ने पाया कि जम्मू-कश्मीर में सेना की किसी भी छावनी पर कोई ‘‘फिदायीन’’ या आत्मघाती हमला नहीं हुआ तथा जालंधर में ड्रोन हमले का दावा करने वाला वीडियो एक खेत में लगी आग की घटना से संबंधित है।
यह भी पाया गया कि भारत पर पाकिस्तान के मिसाइल हमले का वीडियो बताकर सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो साझा किया जा रहा है जो वास्तव में 2020 में लेबनान के बेरूत में हुए एक हमले का है।
पीआईबी ने बयान में कहा, ‘‘पाकिस्तान में कुछ ‘सोशल मीडिया अकाउंट’ और विशेष रूप से मुख्यधारा के मीडिया ने समन्वित गलत सूचनाओं की बौछार की है जिसका एकमात्र उद्देश्य भारतीय जनता में डर पैदा करना है।’’
‘पीआईबी फैक्ट चेक’ इकाई ने यह भी कहा कि सात जुलाई 2021 को एक तेल टैंकर में हुए विस्फोट का वीडियो गुजरात के हजीरा बंदरगाह पर हमले का वीडियो बताकर प्रसारित किया गया।
कुछ भारतीय ठिकानों पर हमलों का दावा करने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में ऐसे समय में साझा किए गए हैं, जब भारत ने बृहस्पतिवार रात को जम्मू, पठानकोट, उधमपुर एवं कुछ अन्य स्थानों पर सैन्य प्रतिष्ठानों पर पाकिस्तान द्वारा मिसाइल एवं ड्रोन से हमला किए जाने के प्रयासों को विफल कर दिया। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष व्यापक होने की आशंका प्रबल हो गयी है।
भाषा सिम्मी वैभव
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