नागपुर (महाराष्ट्र), आठ मई (भाषा) गोंडवाना विश्वविद्यालय, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के कर्टिन विश्वविद्यालय और एक कंपनी के सहयोग से महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक ‘यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ (यूआईटी) स्थापित किया जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन की उपस्थिति में बुधवार को राजभवन में त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। राज्यपाल गोंडवाना विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया कि छात्रों को इंजीनियरिंग कार्यक्रम प्रदान करने के वास्ते गढ़चिरौली में ‘‘स्वायत्त यूआईटी’’ स्थापित करने के लिए गोंडवाना विश्वविद्यालय और ‘लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी लिमिटेड’ के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
विज्ञप्ति के अनुसार, दूसरा समझौता ज्ञापन गोंडवाना विश्वविद्यालय और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के कर्टिन विश्वविद्यालय के बीच हुआ जिसमें दोहरी डिग्री प्रदान करने पर सहमति बनी।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के महावाणिज्यदूत पॉल मर्फी और कंपनी के अधिकारी मौजूद थे।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में फडणवीस ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर को महाराष्ट्र के लिए एक ‘‘ऐतिहासिक कदम’’ बताया।
उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन से गढ़चिरौली में खनन और धातु विज्ञान में विश्व स्तरीय शिक्षा मिल पाएगी और उम्मीद जताई कि यह जिला अगले पांच वर्षों में ‘‘भारत का स्टील हब’’ बनकर उभरेगा।
भाषा सुरभि खारी
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