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Friday, 22 November, 2024
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आज सोने की चमक रह सकती है फीकी, कीमतें छू रही हैं आसमान

पिछले साल के मुकाबले 40 प्रतिशत ही व्यापार रह गया है. एक 10 ग्राम की चेन तीन साल पहले 28 हजार की मिलती थी आज उसकी कीमत लगभग 42 हो गई है.

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नई दिल्ली: त्योहारों के सीज़न में गहनों की खरीद में तेजी देखने को मिलती है. खास तौर पर धनतेरस और दिवाली में सोने चांदी की खरीद बढ़ जाती है. धनतेरस में महज़ कुछ दिन ही रह गए हैं लेकिन दिल्ली के करोग बाग स्थित आभूषण बाजार में कोई हल चल नज़र नहीं आ रही है. कारोबारियों का कहना है कि आर्थिक मंदी के चलते इस बार दिवाली और धनतेरस की चमक फ़ीकी रहने वाली है.

और बढ़ सकती है कीमत

आर्थिक मंदी के चलते सर्राफ़ा बाजार में सोने की कीमत आकाश छूने लगी है. राजधानी में सर्राफा बाज़ार में 24 कैरेट सोने की कीमत आज 39,680 रुपेये है जबकि एक किलो चांदी की कीमत एमसीएक्स में 0.30 फीसदी बढ़कर 46,127 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया है. गुरुवार की तुलना में चांदी में 1.5 ग्राम की बढ़ोतरी हुई है.

करोल बाग ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रमुख ‘विजय खन्ना’ ने दिप्रिंट को बताया, ‘आमेरिका और चीन के बीच चल रहे ‘व्यापार युद्ध’ का जब तक समाधान नहीं हो जाता तब तक सोने की कीमतों में कमी आने की कोई गुंजाइश नज़र नहीं आती. स्थिती यही रही तो आने वाले समय में कीमत और बढ़ सकती है.’

आगे उन्होंने बताया, ‘बाजार में कीमत बढ़ने से स्मगल किए गए सोने की खरीद बढ़ गई है. इसका कारण यह है कि स्मगल किए गए सोने की कीमत 2000 रूपये तक सस्ती होती है. असंगठित आभूषण विक्रेताओं द्वारा इस तरह के कई के ऑफर ग्राहकों को दिए जाते हैं.’

पिछले दो वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि  2017-18 में आभूषण उद्योग में दिवाली के समय हुई बिक्री करीब करीब बराबर रही थी.

सोने के दाम बढ़ने की क्या है वजह

सोने के बढ़ते दामों की वजह सिर्फ आर्थिक मंदी या फिर अंतरराष्ट्रीय उतार-चढ़ाव नहीं है. इसके साथ-साथ सोने के दाम कई अन्य कारणों से भी बढ़ रहे है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए आम बजट में सोने पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत से बढ़ा कर 12.5 प्रतिशत कर दिया गया. इस का असर यह हुआ कि घरेलू बाजारों में सोने के दाम आसमान छूने लगे.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूपये की कीमत लगातार गिर रही है. जिसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ रहा है, क्योंकि भारत सोने का बड़ा आयातक देश है. डॉलर की बढ़ती कीमत ने सोने की कीमतों को अब तक के सबसे मंहगे स्तर पर पंहुचा दिया है.

आम धारणा है कि सोना सुरक्षित निवेश का सबसे बेहतर विकल्प है. मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए ज्यादातर निवेशक सोने में ही निवेश कर रहे हैं जाहिर है कि इससे सोने की मांग बढ़ गई है. मांग बढ़ने के कारण सोने की कीमत बढ़ना लाज़मी है.

बजट से बाहर है सोना खरीदना

बढ़ी कीमतों के कारण सोना खरीदना आम लोगों के बजट के बाहर हो गया है. बाजार में ज्यादातर लोगों का यही कहना है कि इस धनतेरस सोना चांदी खरीदना उनके लिए संभव नहीं.

‘हम सोच भी नहीं रहे सोना खरीदने की, हमारे बजट से बाहर है, पहले आप रोटी की सोचेंगे या गहने खरीदने की?’यह कहना है करोल बाग में रहने वाली गीता नागपाल का.

रीना का कहना है, ‘जिस तरह सोने के दाम बढ़े हैं हम तो यही सोच रहे हैं कि ऑवाइड करो…जब कीमत बजट में होगी तभी तो ले सकेगें.’

करोल बाग ज्वेलर्स एसोसिएशन के सेक्रेटरी राकेश सर्राफ ने दिप्रिंट को बताया, ‘पिछले साल के मुकाबले 40 प्रतिशत ही व्यापार रह गया है. एक 10 ग्राम की चेन तीन साल पहले 28 हजार की मिलती थी आज उसकी कीमत लगभग 42 हो गई है… मंहगाई इतनी बढ़ गई है. इस स्थिति के चलते बाजार में 25-30 प्रतिशत ग्राहक कम हो गए हैं.’

बढ़ रही है सोने की तस्करी

धनतेरस और दिवाली के मौके पर देश में सोने की बढ़ी हुई कीमत तस्करी को बढ़ावा दे रही है. पिछले हफ्ते सूरत एयरपोर्ट पर कस्टम के एयर इंटेलिजेंस यूनिट ने सोने की पट्टियों की तस्करी कर रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. यह व्यक्ति यूएई के शारजाह शहर से एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट से सूरत आया था. कस्टम के अधिकारियों ने आरोपी के पास से 90 लाख रूपये का सोना बरामद किया है. आरोपी ने अपने जूतों में सोने की पट्टियों और पैंट की सिलाई में सोने के तारों को छुपाया था. अधिकारियों का कहना है कि यह सोने की तस्करी का अभी तक का सबसे बड़ा मामला है.

बता दें कि महीने भर में सूरत एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के 8 मामले सामने आए हैं. इसी तरह तिरुवनन्तपुरम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी कर रहे 6 आरोपियों के गिरफ्तार किया गया है.

एक अनुमान के मुताबिक, भारत में प्रतिदिन करीब 700 किलोग्राम सोने की तस्करी होती है.

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