(तस्वीरों के साथ जारी)
पणजी, तीन मई (भाषा) उत्तरी गोवा के एक मंदिर में शनिवार तड़के एक उत्सव के दौरान भगदड़ मचने से दो महिलाओं समेत छह लोगों की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना पणजी से लगभग 40 किलोमीटर दूर शिरगांव के श्री लईराई देवी मंदिर में तड़के करीब तीन बजे हुई।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भगदड़ की घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने की घोषणा की।
पुलिस ने बताया कि हजारों श्रद्धालु वार्षिक उत्सव में भाग लेने के लिए मंदिर की संकरी गलियों में उमड़ पड़े और इसी दौरान भगदड़ मच गई।
पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि छह लोगों की मौत हुई है और कई अन्य लोगों का राज्य के विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘इस उत्सव के लिए कम से कम 30,000 से 40,000 लोग एकत्र हुए थे और कुछ लोग एक ढलान पर खड़े थे। ढलान पर कुछ लोग गिर गए जिससे अन्य लोग एक-दूसरे पर गिर गए।’’
उन्होंने बताया कि 40 से 50 लोग ढलान पर गिर गए जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा कि यह भगदड़ ढलान वाले स्थान तक सीमित रही।
अधिकारी ने कहा कि उत्सव में शामिल होने के लिए गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से हजारों श्रद्धालु मंदिर में एकत्र हुए थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘गोवा के शिरगांव में भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में जानकर दुख हुआ। इस घटना में कई लोगों की जान चली गई। मैं शोकसंतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’’
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।’’
राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी उत्तरी गोवा जिला अस्पताल में घायलों से मुलाकात की।
सावंत ने घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि राज्य में मंदिर उत्सवों के दौरान ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भविष्य में सावधानी बरती जाएगी।
इससे पहले सावंत ने ‘एक्स’ के जरिए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें फोन कर पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने लिखा, ‘‘आज सुबह शिरगांव के लईराई जात्रा में मची भगदड़ की दुखद घटना से बहुत दुखी हूं। मैं घायलों से मिलने अस्पताल गया और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। मैं स्थिति पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहा हूं।’’
सावंत ने कहा, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझसे बात की और स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने इस कठिन समय में अपना पूरा समर्थन देने की पेशकश की।’’
गोवा सरकार ने कहा कि अगले तीन दिन के लिए उसने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बताया कि लगभग 80 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 13 वर्तमान में गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसी) में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से पांच की हालत गंभीर है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है, जबकि शेष को विशेष रूप से बनाए गए आपातकालीन वार्ड में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि दो महिलाओं सहित छह लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘ताजा रिपोर्ट के अनुसार, असिलो अस्पताल (मापुसा), बिचोलिम और संखली में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) सहित सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में 75 मरीजों का इलाज किया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 108 एंबुलेंस सेवा के साथ समन्वय किया और यह सुनिश्चित किया कि घटना के तुरंत बाद पांच एंबुलेंस घटनास्थल पर भेजी जाएं जबकि तीन और एंबुलेंस उत्तरी गोवा जिला अस्पताल में हैं।’’
राणे ने कहा, ‘‘हमारी आपातकालीन हेल्पलाइन सक्रिय है और शिरगांव जात्रा की घटना के पीड़ितों की कई कॉल आ रही हैं। मैं जीएमसी में स्थिति की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं और सभी विभागों के प्रमुखों को ड्यूटी पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गोवा इकाई के अध्यक्ष दामोदर नाइक ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) मंदिर में मची भगदड़ के बाद की स्थिति पर स्वयं नजर रख रहा है।
विपक्षी दल कांग्रेस ने घटना पर शोक व्यक्त किया, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार भगदड़ की जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच का आदेश दे और आवश्यक कार्रवाई करे।
गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी अमरनाथ पंजिकर ने कहा कि पार्टी पीड़ित परिवारों, श्रद्धालुओं और शिरगांव के पूरे समुदाय के साथ एकजुटता से खड़ी है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम राज्य सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह देवस्थान समिति को पूर्ण सहयोग प्रदान करे ताकि शेष चार दिन लईराई जात्रा सुरक्षित और सुचारू रूप से जारी रखी जा सके। इस जात्रा के लिए लाखों श्रद्धालु शिरगांव आते हैं।’’
पंजिकर ने कहा कि इन समारोहों के दौरान भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचने के लिए पर्याप्त सुरक्षा एवं भीड़ प्रबंधन किया जाना चाहिए तथा आपात स्थिति से निपटने के लिए तुरंत कदम उठाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने सरकार से घटना की जांच का आदेश दिए जाने की मांग की ताकि भगदड़ को लेकर जिम्मेदारी तय की जा सके और आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता ट्रेजानो डी’मेलो ने कहा कि पार्टी पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करती है।
उन्होंने दावा किया कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ कानून एवं व्यवस्था तंत्र की लापरवाही के कारण मची।
उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल मांग करती है कि घटना की जांच करने के लिए एक आयोग का गठन किया जाए ताकि जिम्मेदारी तय की जा सके और आवश्यक कदम उठाए जा सकें। सरकार को पीड़ितों को अनुग्रह राशि तत्काल देनी चाहिए।’’
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हाथरस से लेकर गोवा तक, ‘डबल इंजन’ सरकार वाले राज्यों में ऐसी त्रासदियों की पुनरावृत्ति प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं गोवा सरकार से आग्रह करता हूं कि वह निष्पक्ष जांच कराए और जवाबदेही सुनिश्चित करे। सार्वजनिक सुरक्षा को व्यवस्थागत लापरवाही का शिकार नहीं बनाया जा सकता।’’
‘गोवा फॉरवर्ड पार्टी’ (जीएफपी) ने इस घटना को पुलिस और स्थानीय प्रशासन की विफलता करार दिया तथा मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग की।
भाषा सिम्मी पवनेश
पवनेश
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