पणजी, 10 सितंबर (भाषा) गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य सरकार औपनिवेशिक पुर्तगाली शासन के दौरान ध्वस्त किए गए 1,000 से अधिक मंदिरों को समर्पित एक ‘प्रतिनिधि’ मंदिर का निर्माण करेगी।
राज्य मंत्रिमंडल ने दिवार द्वीप पर 10,000 वर्ग मीटर में फैले विशाल मंदिर ‘कोटि-तीर्थ’ के निर्माण के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दी, जहां कभी मूल सप्तकोटेश्वर मंदिर हुआ करता था।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि नया मंदिर पुर्तगाली काल में ध्वस्त किए गए मंदिरों को समर्पित होगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गठित पुरातत्वविदों और इतिहासकारों की एक समिति की रिपोर्ट के अनुसार, पुर्तगाली काल के दौरान गोवा में 1,000 से अधिक मंदिर नष्ट किए गए थे।
सावंत ने कहा कि सरकार को इन सभी का पुनर्निर्माण करना संभव नहीं लगा, इसलिए हमने दिवार द्वीप पर एक प्रतिनिधि मंदिर बनाने का फैसला किया, जहां ऐतिहासिक सप्तकोटेश्वर मंदिर को पुर्तगालियों ने ध्वस्त कर दिया था।
उन्होंने बताया कि तोड़े जाने के बाद, सप्तकोटेश्वर मंदिर के देवता (लिंगम) को नर्वे गांव में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज ने एक नया मंदिर बनवाया।
भाषा अमित अविनाश
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