पणजी, 18 मार्च (भाषा) गोवा स्थित बिट्स पिलानी के छात्रों ने ऑनलाइन कट्टरपंथी सामग्री का पता लगाने के लिए एक नवोन्मेषी समाधान विकसित किया है और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शिक्षण संस्थान के प्रयासों की सराहना की है।
यह नवोन्मेषी समाधान, देश में सुरक्षा एजेंसियों की मदद कर सकता है। इसे गोवा पुलिस ने अपनाया भी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिट्स पिलानी की इस परियोजना की सराहना की है। शाह को हाल ही में नए अधिनियमित आपराधिक कानूनों (बीएनएस और बीएनएसएस) के कार्यान्वयन पर एक प्रस्तुति दिखाई गई थी।
प्रस्तुति के लिए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत मौजूद थे।
संस्थान के गोवा परिसर में कंप्यूटर विज्ञान विभाग के एक संकाय सदस्य डॉ हेमंत राठौर ने कहा कि छात्रों ने अपने संपर्क कार्यक्रम के हिस्से के रूप में दो समाधान विकसित किये हैं, जिनके माध्यम से कट्टरपंथी सामग्री और नकली यूआरएल का पता लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा एजेंसियां कट्टरपंथी सामग्री वाले वीडियो का पता लगाने के लिए कट्टरपंथी सामग्री पहचान समाधान का इस्तेमाल कर सकती हैं, और आम लोग दुर्भावनापूर्ण या नकली वेबसाइटों और मूल वेबसाइटों के बीच अंतर करने के लिए नकली वेबसाइट पहचान समाधान का उपयोग कर सकते हैं।’’
भाषा रंजन सुभाष
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