(तस्वीर के साथ)
मुंबई, तीन मई (भाषा) केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को यहां कहा कि वैश्विक कंपनियां देश के युवाओं की रचनात्मक ऊर्जा का दोहन करने के लिए नव घोषित भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) के साथ काम करने की इच्छुक हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने सात प्रमुख कंपनियों (जियोस्टार, गूगल, एडोब, मेटा, एप्पल, एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट) द्वारा यहां वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) के दौरान आईआईसीटी के साथ आशय पत्रों के आदान-प्रदान के बाद यह कहा।
वैष्णव केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन और सूचना एवं प्रसारण सचिव संजय जाजू की उपस्थिति में आशय पत्रों का आदान-प्रदान किया गया।
वैष्णव ने कहा कि संस्थान एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी (एवीजीसी-एक्सआर) क्षेत्र के लिए एक राष्ट्रीय केंद्र बनने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, “पहले से ही सात कंपनियां (एनवीडिया, गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा, स्टार इंडिया और एडोब) आईआईसीटी के साथ सहयोग कर रही हैं। आईआईसीटी हमारे युवा निर्माताओं को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए उद्योग के साथ मिलकर काम करेगी।”
वैष्णव ने संवाददाताओं को बताया कि आईआईसीटी के साथ सहयोग के लिए विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) के साथ भी चर्चा चल रही है। शुक्रवार को वेव्स के दौरान उन्होंने डब्ल्यूआईपीओ के महानिदेशक डैरेन टैंग के साथ बैठक की।
आईआईसीटी की स्थापना सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा व्यापार निकाय फिक्की और उद्योग निकाय सीआईआई के साथ रणनीतिक सहयोग से प्रतिष्ठित आईआईटी और आईआईएम की तर्ज पर एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के रूप में की जा रही है।
वैष्णव ने कहा, ‘भारत में मीडिया और मनोरंजन की दुनिया में वैश्विक नेतृत्व की भूमिका निभाने की क्षमता है। यह संस्थान उस दिशा में पहला कदम है और हमें इस पर काम करना है।’
मंत्री ने कहा कि आईआईसीटी के साथ काम करने के लिए वैश्विक कंपनियां इच्छुक हैं।
भाषा
शुभम प्रशांत
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