नई दिल्ली: ‘मेरा नाम कृति दुबे है. मैं कक्षा एक में पढ़ती हूं. मोदी जी आप ने बहुत महंगाई कर दी है.’
किसी स्कूल बस्ते की तरह भारी-भरकम यह कुछ बातें छह साल की कृति दुबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम अपने एक पत्र में लिखी हैं. कृति उत्तर प्रदेश में कन्नौज के छिबरामऊ शहर की रहने वाली हैं. देश में निरंतर बढ़ती महंगाई ने अब छोटे बच्चों को भी चिंता में डाल दिया है.
कृति ने पत्र में ना सिर्फ बुनियादी चीजों के महंगे हो जाने पर चिंता जताई है बल्कि उसने पीएम से स्कूल के बच्चों द्वारा उसकी पेंसिल चोरी करने की भी शिकायत की है.
कृति ने अपने पत्र में लिखा है, ‘मेरा नाम कृति दुबे है. मैं कक्षा एक में पढ़ती हूं. मोदी जी आप ने बहुत महंगाई कर दी है. यहां तक की पेंसिल रबड़ महंगी कर दी है और मैगी के दाम भी बढ़ा दिए हैं. अब मेरी मां पेंसिल के लिए मुझे मारती है. मैं क्या करूं? दूसरे बच्चे पेंसिल चोरी कर लेते हैं.’
पीएम के नाम बच्ची का यह पत्र सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया है.
कृति के पिता और अधिवक्ता विशाल दुबे ने सोशल मीडिया पर इस पत्र की पुष्टि करते हुए कहा, ‘यह मेरी बेटी की मन की बात है. उसकी स्कूल में अपनी पेंसिल खो जाने की वजह से मां से डांट पड़ी थी जिसको लेकर वो नाराज थी.’
खबरों के मुताबिक, छिबरामऊ एसडीएम अशोक कुमार ने एक इंटरव्यू में पीएम को पत्र लिखे जाने के बारे में कहा कि वो व्यक्तिगत क्षमता से बच्चे की मदद करने के लिए तैयार हैं. साथ ही उन्होंने कृति के पत्र को जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचाने की बात भी कही.
यह कोई पहली बार नहीं है जब किसी बच्ची ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर शिकायत की हो. पिछले वर्ष, जम्मू-कश्मीर से छह साल की एक बच्ची का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो कोरोना के कारण ऑनलाइन क्लासिस अटेंड करने से काफी ज्यादा नाराज थी. अपने वीडियो में बच्ची ने होमवर्क और लंबी अवधि की क्लासिस जैसी समस्याओं को भी उजागर किया था.
वीडियो वायरल हो जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने स्कूल शिक्षा विभाग को 48 घंटे में नीति तैयार करने का निर्देश दिया था.
Very adorable complaint. Have directed the school education department to come out with a policy within 48 hours to lighten burden of homework on school kids. Childhood innocence is gift of God and their days should be lively, full of joy and bliss. https://t.co/8H6rWEGlDa
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) May 31, 2021
सिन्हा ने ट्वीट किया था, ‘बहुत प्यारी शिकायत. स्कूली बच्चों पर होमवर्क का बोझ कम करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग को 48 घंटे के भीतर नीति बनाने का निर्देश दिया है. बचपन की मासूमियत भगवान का उपहार है और उनके दिन जीवंत, आनंद से भरे होने चाहिए.’
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