scorecardresearch
Saturday, 20 April, 2024
होमदेशगिलगित-बाल्टिस्तान को एक ‘आधिकारिक’ ट्विटर हैण्डल मिला, यूज़र्स को दिखाता है लद्दाख़ सरकार का पेज

गिलगित-बाल्टिस्तान को एक ‘आधिकारिक’ ट्विटर हैण्डल मिला, यूज़र्स को दिखाता है लद्दाख़ सरकार का पेज

मई 2020 में बनाया गया अकाउंट- ‘गिलगित-बाल्टिस्तान, लद्दाख़,(यूटी), भारत’ ट्विटर द्वारा सत्यापित नहीं है, और इसमें केवल तीन पोस्ट हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के मौसम विभागों द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान के मौसम के बारे में अपडेट्स पोस्ट किए जाने के बीच, उस इलाक़े का एक नया ट्विटर अकाउंट सामने आ गया है, जो दोनों देशों के बीच इलाक़ाई झगड़े में फंस गया है.

मई 2020 में बने इस ग़ैर-सत्यापित अकाउंट को ‘गिलगित-बाल्टिस्तान, लद्दाख़,(यूटी), भारत’ कहा जा रहा है, और इसका हैण्डल है- @GB_Ladakh_India. ट्विटर का परिचय (बायो) का लिंक यूज़र को लद्दाख़ प्रशासन की आधिकारिक साइट पर ले जाता है.

अकाउंट में अभी तक सिर्फ तीन ट्वीट्स हैं.

पहला ट्वीट 9 मई का है और उसमें लिखा है: ‘#महाराणा प्रताप जयंती पर नया भारत…’.

इस टिप्पणी के साथ 8 मई के दूरदर्शन समाचार की एक मौसम रिपोर्ट फिर से ट्वीट की गई है, जिसमें विवादित गिलगित इलाक़े का मौसम दिखाया गया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है, और सितम्बर 2016 में उरी के सैनिक कैम्प पर आतंकी हमले के बाद से, दोनों में कोई बातचीत नहीं हुई है. पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए, भारत ने 19वें सार्क शिखर सम्मेलन में शामिल होने से इनकार कर दिया, जिसकी मेज़बानी पाकिस्तान उस साल नवम्बर में, इस्लामाबाद में करने वाला था. वो शिखर सम्मेलन अभी तक नहीं हुआ.

शुरुआती चेतावनियां

4 मई को, दिप्रिंट ने ख़बर दी कि भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी, कि उस इलाक़े को अपने कंट्रोल में लाने की कोशिशों से, गिलगित-बाल्टिस्तान में यथा-स्थिति से छेड़-छाड़ न करें.


यह भी पढ़ें: गिलगित बाल्टिस्तान भारत का अभिन्न अंग, पाकिस्तान इसे तुरंत खाली करें- विदेश मंत्रालय


भारत ने कहा था कि केंद्र-शासित जम्मू-कश्मीर व लद्दाख़ का पूरा इलाक़ा, जिसमें गिलगित और बाल्टिस्तान के क्षेत्र शामिल हैं, ‘पूरी तरह से कानूनी और अपरिवर्तनीय विलय के तहत भारत का अभिन्न अंग है’.

तीन दिन पश्चात, 7 मई को दिप्रिंट ने ख़बर दी, कि भारत का मौसम विभाग (आईएमडी) जम्मू व कश्मीर सब-डिवीज़न के लिए मौसम की भविष्यवाणी में, गिलगित बाल्टिस्तान और मुज़फ्फ़राबाद के लिए भी मौसम की ख़बरें शामिल करता है, ‘कश्मीर के वो इलाक़े जिन्हें भारत पाकिस्तान के क़ब्ज़े में मानता है’.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने उस समय दिप्रिंट को बताया था: ‘ऐसा पहली बार नहीं है कि हमने गिलगित-बाल्टिस्तान और मुज़फ्फ़राबाद के मौसम की ख़बरें दिखाई हैं…आख़िरकार, हम उसे भारत का हिस्सा मानते हैं, और अपने नेशनल बुलेटिन में, इसे दिखाते रहे हैं। लेकिन इस सप्ताह से हमने इसे, अपने रीजनल सेंटर बुलेटिन में दिखाना शुरू कर दिया है.’

इस ख़बर के छपने के समय तक, अकाउंट के 4,700 से अधिक फॉलोअर्स हो चुके थे.

इस अकाउंट के बाद दूसरा एकमात्र सत्यापित अकाउंट सत्येंद्र त्रिपाठी का है, जिनके प्रोफाइल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की एक तस्वीर दिखाई गई है.

त्रिपाठी के बायो में कहा गया है कि वो ‘लोकनीति’ फोरम के संस्थापक हैं, जिसपर युवा लोग नीति निर्धारण में शामिल हो सकते हैं, और ‘खजुराहो’ लिटफेस्ट के एक क्यूरेटर हैं. इस फेस्टिवल का ट्विटर अकाउंट (@KhajurahoLit) फिलहाल प्रतिबंधित है, और इसे देखने के लिए यूज़र की ओर से ट्विटर को अनुमति देनी होती है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)

share & View comments