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रविवार, 8 जून, 2025
होमदेशजॉर्ज सोरोस एक सनकी व्यक्ति, उन पर बुढ़ापे का असर दिख रहा : डीएलएफ प्रमुख कुशल पाल सिंह

जॉर्ज सोरोस एक सनकी व्यक्ति, उन पर बुढ़ापे का असर दिख रहा : डीएलएफ प्रमुख कुशल पाल सिंह

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(फोटो के साथ)

नयी दिल्ली,18 फरवरी (भाषा) रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ लिमिटेड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कुशल पाल सिंह ने अमेरिकी अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस को सनकी और दूसरों को बुरा-भला कहने वाला व्यक्ति बताया है।

उल्लेखनीय है कि सोरोस ने बृहस्पतिवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा था कि गौतम अडाणी के कारोबारी साम्राज्य में जारी उठापटक सरकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पकड़ को कमजोर कर सकती है।

किसी भी विषय पर स्पष्ट रूप से बोलने वाले सिंह ने पीटीआई-भाषा से एक साक्षात्कार में कहा कि भारत ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री पाया है, जो ना सिर्फ एक बार, बल्कि दो बार शानदार बहुमत के साथ निर्वाचित हुए हैं।

सिंह ने कहा, ‘‘जब आप कुछ अच्छा करते हैं, तब कई आरोप लगते हैं। क्या आप हर किसी को जवाब देंगे? नहीं। कुत्ते भौंकते हैं लेकिन कुछ समय बाद चुप हो जाते हैं।’’

म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में सोरोस द्वारा की गई टिप्पणी पर उन्होंने कहा, ‘‘जब आप आगे बढ़ते हैं तब अन्य आपको पीछे खींचते हैं।’’

सिंह ने कहा, ‘‘वह सनकी हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह मुझसे छोटे हैं। मैं 93 वर्ष का हूं (और वह 92 के हैं), लेकिन उस उम्र में कभी-कभी भ्रमित हो जाना स्वाभाविक है।’’

सोरोस ने बृहस्पतिवार को दावा किया था, ‘मोदी और कारोबार जगत की महत्वपूर्ण हस्ती अडाणी करीबी सहयोगी हैं और उनके हित आपस में जुडे हैं।’

सोरोस ने कहा था, ‘अडाणी समूह पर शेयरों में धोखाधड़ी का आरोप है और उसकी कंपनियों के शेयर ताश के पत्तों की तरह बिखर गये। मोदी इस विषय पर चुप हैं, लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों का जवाब देना होगा।’ उन्होंने, हालांकि अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया।

उन्होंने कहा था, ‘इससे भारत की केंद्र सरकार पर मोदी का दबदबा काफी कमजोर हो जाएगा और आवश्यक तौर पर संस्थागत सुधारों को आगे बढ़ाने का दरवाजा खुल जाएगा।’

सोरोस ने कहा, ‘मैं अनाड़ी हो सकता हूं, लेकिन मुझे भारत में एक लोकतांत्रिक पुनरुद्धार की उम्मीद नजर आ रही है।’

यह पूछे जाने पर कि यदि उनसे (सारोस से) उनकी मुलाकात होती है तो वह उन्हें क्या कहेंगे, ‘‘मैं उनसे कहूंगा कि आप गलत हैं। मैं कहूंगा कि भारत को लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मिला है। मैं सवाल करूंगा कि किस लोकतंत्र में एक प्रधानमंत्री को इतना अधिक वोट मिला है, एक बार नहीं, बल्कि दो बार (लोकतांत्रिक चुनावों में)।

सोरोस के बयान के मंसूबे पर टिप्पणी किये बगैर सिंह ने कहा, ‘‘क्या उन्हें उनसे (मोदी से) ईष्या हो रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत को एक मजबूत इच्छा शक्ति वाले व्यक्ति की जरूरत है, यही कारण है कि उन्हें जनादेश मिला। वह (सोरोस) कौन हैं? जॉर्ज सोरोस का इससे क्या लेना-देना है।’’

भाषा सुभाष माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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