scorecardresearch
Thursday, 21 November, 2024
होमदेशपोलियो उन्मूलन की तरह कोविड-19 मामले में जेनेटिक सिक्वेंसिंग की अहम भूमिका होगी: हर्षवर्धन

पोलियो उन्मूलन की तरह कोविड-19 मामले में जेनेटिक सिक्वेंसिंग की अहम भूमिका होगी: हर्षवर्धन

हर्षवर्धन ने कहा कि जेनेटिक सिक्वेंसिंग उन्हें 26 साल पहले के पोलिया को जड़ से मिटाने के मूवमेंट की याद दिलाता है. उस समय भी पोलियो वायरस के ट्रैवल हिस्ट्री का पता करने के लिए जेनेटिक सीक्वेंसिंग का इस्तेमाल किया गया था.

Text Size:

नई दिल्ली: विज्ञान और तकनीक मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने सीएसआईआर के डीजी डॉक्टर शेखर सी मांडे और सीएसआईआर के सभी लैब निदेशकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. इस दौरान उन्होंने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए सीएसआईआर और इसके 38 लैब्स द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी ली.

हर्षवर्धन ने सीएसआईआर के वैज्ञानिकों से कहा, ‘भारत को अपने वैज्ञानिक समुदाय से बहुत उम्मीदें हैं और मुझे यकीन है कि समुदाय इस मौके पर आगे आएगा और इस समय लोगों की आवश्यकता को पूरा करेगा.’ उन्होंने इस बात की तारीफ़ की कि सीएसआईआर भी कोविड-19 मरीज़ों के स्वाब टेस्ट में अहम भूमिका निभा रहा है और इनमें से कुछ ने वायरस की जेनेटिक सीक्वेंसिंग करना भी शुरू कर दिया है. उन्होंने ये जानकारी भी दी कि आने वाले दिनों में एक हफ्ते में 500 सीक्वेंसिंग की तैयारी है.

उन्होंने कहा कि जेनेटिक सिक्वेंसिंग उन्हें 26 साल पहले के पोलियो को जड़ से मिटाने के मूवमेंट की याद दिलाता है. उस समय भी पोलियो वायरस के ट्रैवल हिस्ट्री का पता करने के लिए जेनेटिक सीक्वेंसिंग का इस्तेमाल किया गया था जिसने अंत में पोलियो को पूरी तरह से मिटाने में मदद मिली.

उन्होंने एमएसएमई, प्रमुख उद्योगों, पीएसयू के साथ आरटी-पीसीआर मशीनों पर काम करने के लिए भी सीएसआईआर की सराहना की. उन्होंने कहा, ‘इस समय प्लाज़्मा आधारित इलाज की बहुत आवश्यकता है. इसके लिए हमें कोविड-19 के उन मरीज़ों को प्रेरित करने की ज़रूरत है जो इससे उबर चुके हैं और अपना ख़ून देने को तैयार हैं.’


यह भी पढ़ें: प्लाज्मा चढ़ाने के बाद कोविड-19 से संक्रमित तीन भारतीय-अमेरिकियों की हालत में हुआ सुधार


मांडे ने जानकारी दी कि सीएसआईआर में कोर स्ट्रैटजी ग्रुप गठित किया गया है जो पांच चीज़ों पर प्रमुखता से काम कर रहा है. इनमें डिजिटल एंड मॉलिक्यूलर सर्वेलांस, तेज़ी से और कम कीमत में होने वाला इलाज, नई दवा या दवा का फिर से इस्तेमाल और इसके उत्पादन से जुड़ी प्रक्रिया, हॉस्पिटलों की सहायता में इस्तेमाल किए जाने वाले यंत्र और पीपीई और सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक सपोर्ट सिस्टम शामिल हैं.

उन्होंने ये जानकारी भी दी कि 15 सीएसआईआर लैब पीएसयू, एमएसएमई और अन्य विभागों और मंत्रालयों के साथ मिलकर काम कर रहा है. कोविड-19 का समाधान खोजने में सीएसआईआर लैब्स द्वारा किए जा रहे सभी प्रयासों की जानकारी लेने के बाद हर्षवर्धन ने उन्हें बताया कि कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा क्या कदम उठाए जा रहे हैं.

उन्होंने सीएसआईआर-एनएएल द्वारा बीएचईएल और बीईएल के साथ मिलकर वेंटीलेटर, ऑक्सीजन एनरिचमेंट डिवाइस और 3-डी प्रिंटेड फेस शील्ड, फेस मास्क, गाउन और अन्य सुरक्षात्मक उपकरण विकसित किए जाने की सराहना की और कहा, ‘ये सभी चीजें अगले कुछ हफ्तों में हमारी मदद करेंगी.’

share & View comments