नई दिल्ली: सेवानिवृत्ति से एक दिन पहले भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नामित किए गये हैं. आर्मी प्रमुख जनरल रावत को सीडीएस अपने तीन साल के कार्यकाल को पूरा करने के एक दिन पहले बनाया गया है. वह सेना से संबंधित मामलों में सरकार के लिए सलाह का काम करेंगे.
जनरल रावत इस पद पर देश के पहले अधिकारी होंगे. सीडीएस एक सिंगल पाइंट एडवाइजर के रूप में सेना से जुड़े मामलों पर सरकार के लिए काम करेगा और भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के बीच एक बेहतर तालमेल बनाएगा.
डिफेंस स्टाफ के प्रमुख
पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में वादा किया था कि सरकार शीर्ष सैन्य पद बनाएगी जिसके महीनों बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के नाम की घोषणा की गई है.
पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस के आश्वासन से लंबित सिफारिश के मद्देनजर जिसमें सेना से संबंधित सभी मामलों पर सरकार को सलाह देने के लिए एक सूत्रीय सैन्य सलाहकार की नियुक्ति करने की मांग को पूरा किया गया है. यह सिफारिश पहली बार एक समिति ने की थी जिसने 1999 के कारगिल संघर्ष के दौरान सेना के प्रदर्शन की समीक्षा की थी.
रावत इस पद के लिए थे पहली प्राथमिकता
सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला, और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र जनरल बिपिन रावत गोरखा रेजीमेंट से आते हैं. भारतीय सेना की वेबसाइट पर उनकी प्रोफाइल जिसके अनुसार जनरल रावत ने पूर्वी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ कश्मीर घाटी में एक पैदल सेना प्रभाग और पूर्वोत्तर में एक वाहिनी की कमान संभाल चुके हैं.
जनरल रावत को 31 दिसंबर, 2016 को सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया था और उन्हें कल सेवानिवृत्त होना था. हालांकि, वह अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में अपनी सेवा जारी रखेंगे.
24 दिसंबर को सरकार ने औपचारिक रूप से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद बनाया था. साथ ही सीडीएस के चार्टर और कर्तव्यों को जारी किया था और कहा था कि इस पद पर भारतीय सेना, भारतीय नौसेना या भारतीय वायु सेना के एक चार स्टार वाला अधिकारी होगा.
नियमों में संशोधन, सीडीएस की अधिकतम आयु 65 वर्ष तक
रक्षा मंत्रालय ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के 65 वर्ष की अधिकतम आयु सीमा तक सेवा देने के वास्ते नियमों में संशोधन किया है. यदि तीनों सेनाओं के प्रमुख में से किसी को नियुक्त किया जाता है तो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की अधिकतम आयु 65 वर्ष करने के लिए सेवानिवृत्ति आयु में विस्तार करने के लिए सेना, नौसेना और भारतीय वायुसेना के सेवा नियमों में बदलाव किये गये है.
हालांकि, सीडीएस के कार्यकाल की घोषणा की जानी बाकी है.
सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति ने मंगलवार को ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए सीडीएस के सृजन को मंजूरी प्रदान की थी जो तीनों सेनाओं से संबंधित सभी मामलों के लिये रक्षा मंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार के तौर पर काम करेंगे.
नियमों के अनुसार सैन्य प्रमुख अधिकतम तीन साल या 62 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले आये, सेवा कर सकते हैं.