(तस्वीर सहित)
मुंबई, छह सितंबर (भाषा) मुंबई में 10 दिवसीय गणपति उत्सव के अंतिम दिन शनिवार को अनंत चतुर्दशी पर बारिश के बीच लोग भगवान गणेश की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए ढोल-ताशे के साथ और गुलाल उड़ाते हुए सड़कों पर उमड़ पड़े।
अधिकारियों ने बताया कि अपराह्न तीन बजे तक मुंबई के विभिन्न जलाशयों में 2,100 से अधिक गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
प्रतिमाएं शहर के समुद्र तटों और अन्य जलाशयों की ओर ले जाते समय बड़ी संख्या में लोग भव्य समापन समारोह के दौरान एक झलक पाने के लिए सड़क के डिवाइडरों, इमारतों की छतों, बालकनी, पेड़ों और खंभों पर बैठे देखे गए।
इससे पहले, दिन में सड़कों पर रंगोली बनाई गई। वहीं, शहर के कुछ हिस्सों में सुबह से ही हल्की से मध्यम बारिश हो रही थी।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अनुसार, अपराह्न तीन बजे तक 2,198 गणपति प्रतिमाएं, जिनमें 59 सार्वजनिक मंडलों (स्थानीय सामुदायिक समूह) की और 87 देवी प्रतिमाएं शामिल हैं, प्राकृतिक जलाशयों और नगर निकाय द्वारा बनाए गए कृत्रिम तालाबों में विसर्जित कर दी गईं।
मध्य मुंबई में प्रतिष्ठित गणपति मंडलों के लिए प्रसिद्ध लालबाग में यात्रा की शुरुआत तेजुकाया, गणेश गली और कई अन्य मंडलों की प्रतिमाओं के साथ हुई।
बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘विसर्जन प्रक्रिया के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।’’
लालबाग की सड़कों और अन्य प्रमुख यात्रा मार्गों पर प्रिय देवता को विदाई देने के लिए हजारों लोग नाचते-गाते, ढोल-ताशे बजाते व गुलाल उड़ाते हुए उमड़ पड़े।
लालबागचा राजा, चिंचपोक्लिचा चिंतामणि, बाल गणेश मंडल के बल्लालेश्वर, गणेश गली के मुंबईचा राजा, कालाचौकी के महागणपति, रंगारी बडक चॉल गणपति और तेजुकाया गणपति समेत लालबाग के प्रसिद्ध गणपतियों की शोभायात्रा दोपहर एक बजे तक मुख्य सड़क पर पहुंच गई थी।
लालबाग स्थित श्रॉफ बिल्डिंग में भीड़ जमा हुई, जहां पारंपरिक तरीके से पुष्पवर्षा की गई।
सेवा सदन मंडल ने अपनी शोभायात्रा के लिए ‘अभिजात मराठी’ की एक प्रतिमा का इस्तेमाल किया, क्योंकि इस वर्ष मराठी को शास्त्रीय भाषा घोषित किया गया है।
लालबाग, परेल, कालाचौकी और मध्य मुंबई के अन्य इलाकों से प्रमुख शोभायात्राएं दोपहर 1:30 बजे के बाद समुद्र तटों की ओर बढ़ने लगीं।
पुणे में अनंत चतुर्दशी की शुरुआत गणेश मंडल की पहली ‘मनाचा’ (प्रतिष्ठित और पूजनीय) मूर्ति के विसर्जन के साथ हुई।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल और मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सुबह ‘ढोल ताशे’ की थाप के बीच शुरू हुई कस्बा गणपति यात्रा में भाग लिया।
पुणे पुलिस ने मंडलों से आग्रह किया था कि वे अपनी यात्रा जल्दी शुरू करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पूरी प्रक्रिया समय पर समाप्त हो और यह अगले दिन तक जारी न रहें।
विसर्जन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में 21,000 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि शहर की पुलिस उस धमकी भरे संदेश के बाद अलर्ट पर थी, जिसमें दावा किया गया था कि 14 आतंकवादी 34 वाहनों में 400 किलोग्राम आरडीएक्स लेकर शहर में घुस आए हैं।
बाद में, पुलिस ने कथित तौर पर धमकी भरा संदेश भेजने के आरोप में उत्तर प्रदेश के नोएडा से 50 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
अधिकारी ने बताया कि अपराध शाखा ने धमकी भरा संदेश मिलने के 24 घंटे के भीतर आरोपी अश्विनीकुमार सुप्रा को नोएडा स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया।
भाषा सुभाष पवनेश
पवनेश
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