नई दिल्ली : बहु-राज्य आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर नेटवर्क को एक और झटका देते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली और हरियाणा में संगठित अपराध सिंडिकेट के सदस्यों के स्वामित्व वाली पांच संपत्तियों को कुर्क किया है.
कुर्क की गई कुल संपत्तियों में से चार हरियाणा में और एक दिल्ली में हैं-आतंकवादी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर नेटवर्क को खत्म करने के लिए एनआईए की आक्रामक कार्रवाई जारी है.
एनआईए ने कहा कि ये कुर्की और बरामदगी इस साल फरवरी में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली/एनसीआर में गैंगस्टरों और उनके सहयोगियों से जुड़े 76 स्थानों पर हाल ही में की गई तलाशी के मद्देनजर की गई है.
इन संपत्तियों को अगस्त 2022 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत तीन प्रमुख संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ एनआईए की जांच के सिलसिले में जब्त किया गया है, जिन्होंने उत्तरी राज्यों में अपने माफिया-शैली के आपराधिक नेटवर्क फैलाए थे और कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल थे, जैसे लोकप्रिय गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या और व्यापारियों और पेशेवरों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली.
उनके अपराधों में महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी और पंजाब में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजक संदीप नांगल अंबिया की हत्या शामिल थी. इनमें से कई साजिशों के मास्टरमाइंड पाकिस्तान और कनाडा समेत विदेशों से या जेलों के अंदर स्थित संगठित आपराधिक सिंडिकेट द्वारा रचे गए थे.
एनआईए ने कहा कि अटैच की गई संपत्तियां ‘आतंकवाद की आमदनी’ के तौर पर पाई गईं, जिनका इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और अपराधों को अंजाम देने के लिए किया गया.
कुर्क की गई संपत्तियों में दिल्ली में आसिफ खान का एक घर, हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू की तीन अलग-अलग जगहों पर एक घर और कृषि भूमि शामिल है.
आसिफ खान सुरक्षित पनाहगाह सहित बदमाशों को हथियार और रसद सहायता देता था. सुरेंद्र उर्फ चीकू कुख्यात माफिया सरगनाओं नरेश सेठी, अनिल चिप्पी और राजू बसोदी का करीबी सहयोगी है, जिन्हें पहले एनआईए ने गिरफ्तार किया था. वह हत्या, अपहरण और जबरन वसूली के कई आपराधिक मामलों में शामिल था. वह रियल एस्टेट और अन्य व्यवसायों में ‘आतंक की आय’ के निवेश और अपराध में मददगार रहा है.
एनआईए ने कहा, ‘आने वाले दिनों में विभिन्न राज्यों के पुलिस बलों के साथ आतंकवाद और माफिया के ऐसे नेटवर्क और उनके सहायक बुनियादी ढांचे को रोकन और उनकी संपत्तियों को संलग्न करने व जब्त करने का अभियान तेज किया जाएगा, जो ‘आतंकवाद और अपराध की आय’ से प्राप्त किया गया है.’
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