नई दिल्ली: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
#BreakingNews: Gangster Atiq Ahmad, his brother Ashraf killed in a firing in Prayagraj. Two-three people reportedly opened fire on them. pic.twitter.com/ffudh1JhUd
— Press Trust of India (@PTI_News) April 15, 2023
दोनों को प्रयागराज के केल्विन अस्पताल स्वास्थ्य जांच के लिए लाया गया था. जिस समय दोनों को गोली मारी गई अतीक मीडिया से बातचीत कर रहे थे. निजी चैनलों की रिपोर्ट के अनुसार एक पुलिस वाले को भी गोली लगी है.
मीडिया के सामने तीन लोगों ने अतीक को सिर में सटा के गोली मारी और गोली मारने ही तीनों ने हाथ खड़े कर के सरेंडर कर दिया.
#WATCH | Uttar Pradesh: "Three people have been arrested. Further details to be shared later": Police personnel on Atiq Ahmed and Ashraf Ahmed shot dead in Prayagraj pic.twitter.com/pNgyh2IpUJ
— ANI (@ANI) April 15, 2023
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम लोग घटना की जांच कर रहे हैं. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. गिरफ्तार लोगों से अभी पूछताछ की जानी है.’’
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) करेली श्वेताभ पांडेय ने बताया कि अतीक और अशरफ को रूटीन जांच के लिए अस्पताल लाया गया था, तभी यह घटना हुई. उन्होंने यह भी बताया कि तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. हालांकि उन्होंने अन्य कोई ब्यौरा नहीं दिया.
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर तीन पिस्तौल, एक मोटर साइकिल, एक वीडियो कैमरा और एक न्यूज चैनल का लोगो पड़ा मिला है. अंदेशा है कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आये और घटना को अंजाम दिया. उन्होंने अपने गले में पहचान पत्र भी लटका रखे थे.
मौके पर पुलिस आयुक्त रमित शर्मा और जिलाधिकरी संजय कुमार खत्री सहित पुलिस के सभी आला अधिकारी पहुंच चुके हैं.
बता दें कि अतीक अहमद के बेटे असद को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने झांसी के पास एनकाउंटर में मारा था.
उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 15, 2023
असदुद्दीन ओवैसी बोले, “अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे. उन को हथकड़ियां लगी हुई थीं. दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है. एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं.
अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 15, 2023
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