लखनऊ, चार दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने सीबीआई, नारकोटिक्स के अधिकारी बनकर ‘डिजिटल अरेस्ट’ वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ कर उसके तीन कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, इन आरोपियों की पहचान श्याम, हर्षल और पुनीत शर्मा के रूप में हुई है और ये सभी दिल्ली के निवासी हैं। तीनों को लखनऊ से मंगलवार शाम को गिरफ्तार किया गया।
विज्ञप्ति के मुताबिक डॉ. अशोक सोलंकी नाम के एक व्यक्ति ने 48 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज कराया था और इस मामले की जांच के दौरान इस गिरोह का भंडाफोड़ किया गया।
इसमें बताया गया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि गिरोह के एक सदस्य द्वारा टेलीग्राम के जरिए उन्हें अधिकारी बनकर लोगों के खातों का नंबर, पासवर्ड और एटीएम कार्ड की सूचना हासिल करने का प्रशिक्षण दिया गया।
माना जाता है कि इस गिरोह ने विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर नोएडा, जयपुर, दिल्ली और केरल में धोखाधड़ी से लाखों रुपये कमाए। एसटीएफ ने इनके पास से मोबाइल फोन, डेबिट व क्रेडिट कार्ड, प्रमुख डिजिटल साक्ष्य बरामद किए।
डिजिटल अरेस्ट में ठग खुद को कानून प्रवर्तन एजेंसियों का अधिकारी बताते हैं और मानसिक रूप से दहशत का माहौल बनाकर अपने लक्ष्यों से पैसे ऐंठते हैं।
भाषा राजेंद्र धीरज
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