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सोमवार, 26 मई, 2025
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मप्र में सामूहिक बलात्कार पीड़िता के साथ हैवानियत, आंतें बाहर आ गई थीं: पुलिस

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खंडवा (मप्र) , 26 मई (भाषा) मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में एक आदिवासी महिला से सामूहिक बलात्कार के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक ने कथित तौर पर उसके शरीर में हाथ डाल दिया, जिसके बाद उसकी आंतें बाहर आ गईं और अत्यधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

खरगोन रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (आईजी) सिद्धार्थ बहुगुणा और कलवा थाने के प्रभारी निरीक्षक जगदीश सिंधिया ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”अभी तक घटनास्थल से लोहे या लकड़ी का कोई रॉड बरामद नहीं हुआ है। महिला की मौत अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई।’

सिंधिया इस मामले में जांच अधिकारी हैं, जिसमें दो आरोपियों हरि (40) और सुनील (35) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

उन्होंने आरोपी के पुलिस को दिए बयान का हवाला देते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न के बाद हरि ने अपना हाथ उसके शरीर के अंदर डाल दिया, जिसके बाद उसकी आंतें बाहर आ गईं।

निरीक्षक ने बताया कि आरोपी ने आंतों को वापस डालने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं कर सका।

सिंधिया ने कहा कि उसकी आंतें बाहर आ गई थीं, जबकि गर्भाशय को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

उन्होंने कहा, ‘हम सबूतों को इकट्ठा कर रहे हैं और उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे हैं। हम घटनास्थल से चारपाई से खून से लथपथ ‘बेड रोल’ बरामद करने के लिए दोनों आरोपियों की रिमांड लेने की कोशिश कर रहे हैं।’

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 66 (मौत के कारण), 70 (1) (सामूहिक बलात्कार) और 103 (1) (हत्या की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

यह सामूहिक बलात्कार शुक्रवार रात को हुआ और अत्यधिक रक्तस्राव से अगले दिन (शनिवार) दोपहर करीब 2.30 बजे महिला की मौत हो गई।

पुलिस ने बताया कि यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर रोशनी पुलिस चौकी की सीमा में हुई।

अधिकारी ने बताया कि पीड़िता और आरोपी कोरकू आदिवासी समुदाय के हैं।

इस बीच, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना बताया और इसकी तुलना साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले से की।

इस बलात्कार और हत्याकांड मामले के चारों अभियुक्तों को फांसी दे दी गई थी।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मंदसौर की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘इंसानियत को शर्मसार करने वाली खंडवा की घटना पर सरकार खामोश क्यों। यह आदिवासी निर्भया जैसा मामला है।”

भाषा ब्रजेन्द्र नोमान

नोमान

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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