हैदराबाद, 27 अगस्त (भाषा) तेलंगाना में गणेशोत्सव की शुरुआत बुधवार को गणेश चतुर्थी पर भक्तिभाव और उल्लास के साथ हुई।
हैदराबाद समेत राज्य के सभी अन्य शहरों और गांवों में विभिन्न आकार और रूपों में भगवान गणेश की लाखों मूर्तियां स्थापित की गईं।
तेलंगाना और पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में विनायक चविथी के नाम से प्रचलित गणेश चतुर्थी के अवसर पर राज्य में कई जगहों पर बारिश के बावजूद लोग मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचे और घरों में गणपति मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना की।
हैदराबाद में खैरताबाद के एक पंडाल में स्थापित भगवान गणेश की विशाल मूर्ति गणेश चतुर्थी पर राज्य में आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी हुई है।
इस वर्ष खैरताबाद पंडाल में 69 फुट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई है। आयोजकों ने बताया कि पूरे विश्व में शांति और खुशहाली की कामना करते हुए मूर्ति का नाम ‘विश्व शांति महाशक्ति गणपति’ रखा गया है।
सरकार और पुलिस ने उत्सव के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा सहित व्यापक व्यवस्था की।
मूर्तियों को उत्सव के अंतिम दिन जलाशयों में विसर्जित किया जाएगा। हजारों मूर्तियों को हैदराबाद की हुसैन सागर झील और अन्य झीलों एवं तालाबों में विसर्जित किया जाएगा।
राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा, मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और बी संजय कुमार तथा सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को अधिकारियों को राज्य में हो रही बारिश को देखते हुए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि पंडालों में बिजली के तारों के कारण श्रद्धालुओं को किसी भी तरह का खतरा न हो।
हैदराबाद के रामंतपुर क्षेत्र में दस दिन पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी शोभायात्रा के दौरान एक बग्घी उसके ऊपर से गुजर रही बिजली तारों की चपेट में आ गई थी, जिससे उसमें सवार पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को रास्ते में लटकते तारों से सावधान रहने का आग्रह किया।
उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया था कि यदि उन्हें कहीं भी लटकते तार दिखाई दें तो वे बिजली कर्मचारियों को सूचित करें।
भाषा सुमित सिम्मी
सिम्मी
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