चेन्नई/हैदराबाद/बेंगलुरु, सात सितंबर (भाषा) दक्षिण भारत में शनिवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ गणेश चतुर्थी मनाई गई और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी समेत प्रमुख नेता अपने-अपने राज्यों में उत्सव में शामिल हुए।
इस दौरान लोगों में खासा उत्साह देखा गया और बड़ी संख्या में लोग पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों में उमड़े। इस अवसर पर चेन्नई और हैदराबाद समेत विभिन्न शहरों में भगवान गणेश की बड़ी मूर्तियां स्थापित की गईं।
तमिलनाडु के शिवगंगा में पिल्लयारपट्टी तथा तिरुचिरापल्ली में मलाइकोट्टई, और पड़ोसी पुदुचेरी में मनकुला विनायकर मंदिर समेत विभिन्न प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालु एकत्र हुए।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेड्डी ने हैदराबाद के खैरताबाद में गणेश पूजा में हिस्सा लिया।
जनता दल (सेक्युलर) के नेता और केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने बेंगलुरु में प्रार्थना की।
केरल के कुछ मंदिरों में भी उत्सव मनाया गया।
तमिलनाडु में, तिरुचिरापल्ली में एक पहाड़ी के ऊपर स्थित प्रसिद्ध गणेश मंदिर (मलाईकोट्टई उच्छी पिल्लयार) को उत्सव के लिए सजाया गया था।
परंपरा के अनुरूप भगवान गणेश के लिए चावल के आटे, गुड़ और नारियल से बनी एक विशाल कोझुकट्टई मिठाई बनाई गई थीं। इसे एक बड़े बर्तन में पैक करके एक सजे-धजे बांस के खंभे से लटका दिया गया था। इसके बाद लोग इसे भगवान गणेश को अर्पित करने के लिए पहाड़ी मंदिर तक ले गए।
इस दौरान पारंपरिक संगीत बजाया गया और एक पुजारी ने भगवान को 100 किलोग्राम से अधिक वजन वाली विशाल मिठाई अर्पित करने के लिए शोभायात्रा का नेतृत्व किया। इसी तरह, प्राचीन पिल्लयारपट्टी मंदिर में आध्यात्मिक उत्साह के साथ त्योहार मनाया गया तथा श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर परिसर में कतार में खड़े दिखे।
घरों में भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्तियां स्थापित की गईं और पूजा की गई। बाजारों में रौनक रही, लोग पूजा सामग्री, फूल और फल खरीदने के लिए दुकानों व सड़क किनारे लगीं पटरियों पर उमड़ पड़े।
पड़ोसी पुडुचेरी में, लोग भगवान गणेशी की पूजा करने के लिए सुबह से ही मनकुला विनायकर मंदिर में उमड़ पड़े। भगवान गणेश की विशेष पूजा और अन्य अनुष्ठान किए गए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री एन. रंगासामी, गृह मंत्री ए. नमस्सिवायम और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों को बधाई दी।
तेलंगाना में, बड़े पैमाने पर नौ दिवसीय उत्सव शुरू हुआ और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद के खैरताबाद में प्रसिद्ध पंडाल में आयोजित पूजा में भाग लिया। खैरताबाद का प्रसिद्ध पंडाल मूर्ति के विशाल आकार के लिए जाना जाता है।
इस साल पूजा के लिए पंडाल में 70 फुट की मूर्ति स्थापित की गई थी, जो उत्सव के दौरान हजारों श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
आंध्र प्रदेश के कुरनूल में, तुंगभद्रा नदी के तट पर पर्यावरण-अनुकूल सामग्री से बनी 63 फुट की गणेश प्रतिमा स्थापित की गई और कर्नाटक के हुबली में उत्सव के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
भाषा जोहेब रंजन
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