जयपुर, 12 मार्च (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन में अभी जो अशांति की स्थिति है, उसमें गांधीजी के अहिंसा के संदेश की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की अखंडता के लिए शांति एवं अहिंसा का मार्ग सबसे महत्वपूर्ण है।
दांडी मार्च की 92वीं वर्षगांठ पर बजाज नगर स्थित खादी संस्थान संघ परिसर से निकली ‘शांति यात्रा’ में शामिल होने के बाद गांधी सर्किल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘आज हमारे देश में तनाव का जो माहौल है, उसमें हमें गांधीजी के बताए सत्य, अहिंसा एवं शांति के मार्ग को अपनाकर सद्भाव कायम करने की जरुरत है।’’
मुख्यमंत्री के साथ राज्य मंत्रिमण्डल के सदस्यों, विधायकों, अन्य जनप्रतिनिधियों, गांधीवादी विचारकों, अधिकारियों सहित तमाम लोग बजाज नगर से पैदल चलकर गांधी सर्किल पहुंचे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आज ही के दिन 1930 में महात्मा गांधी ने दांडी मार्च निकालकर नमक सत्याग्रह किया और अंग्रेजों को उनके सामने झुकना पड़ा।’’ उन्होंने कहा कि आज इस ‘शांति यात्रा’ के माध्यम से देश-दुनिया में शांति का संदेश पहुंचाने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया दो अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाती है और यह हमारे लिए गर्व की बात है।’’
इस अवसर पर कला एवं संस्कृति मंत्री डॉक्टर बी. डी. कल्ला ने कहा, ‘‘गांधीवादी विचारधारा पर चलकर हम देश की एकता व अखंडता को बनाए रख सकते हैं।’’
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी धर्म, जाति एवं वर्ग पर आधारित भेद-भाव मिटाकर आगे बढ़ने की बात कही।
भाषा कुंज बिहारी अर्पणा
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