नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (भाषा) हिंदी भाषा में ‘मैं जब तक आयी बाहर’ के लिए प्रसिद्ध कवयित्री गगन गिल और अंग्रेजी में ‘स्पिरिट नाइट्स’ के लिए ईस्टरिन किरे समेत 21 भारतीय भाषाओं के रचनाकारों को वर्ष 2024 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा बुधवार को की गई।
अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गिल को उनके कविता संग्रह ‘मैं जब तक आयी बाहर’ के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित जाएगा।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी में किरे को उनके उपन्यास ‘स्पिरिट नाइट्स’ के लिए तथा मराठी में सुधीर रसाल को उनकी आलोचना ‘विंदांचे गुद्यरूप’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
राव के मुताबिक, इनके अलावा संस्कृत में दीपक कुमार शर्मा (कविता संग्रह), राजस्थानी में मुकुट मणिराज (कविता संग्रह), पंजाबी में पॉल कौर (कविता संग्रह), कश्मीरी में सोहन कौल (उपन्यास) और गुजराती में दिलीप झावेरी (कविता संग्रह) को पुरस्कृत किया जाएगा।
सचिव ने बताया कि मैथिली में महेन्द्र मलंगिया (निबंध), मणिपुरी में हाओबम सत्यबती देवी (कविता संग्रह), असमिया में समीर तांती (कविता संग्रह), बोडो में अरन राजा (कविता संग्रह), नेपाली में युवा बराल (कहानी), ओडिया में बैष्णब चरण सामल (निबंध), कोंकणी में मुकेश थली (निबंध), संथाली में महेश्वर सोरेन (नाटक), सिंधी में हूंदराज बलवाणी (कहानी), तमिल में ए. आर. वेंकटचलपति (शोध), कन्नड़ में केवी नारायण (आलोचना), मलयालम में के. जयकुमार (कविता संग्रह) और तेलुगु में पेगुगोंडा लक्ष्मीनारायण (साहित्यिक आलोचना) को प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाज़ा जाएगा।
उन्होंने बताया कि अकादमी ने फिलहाल 21 भाषाओं के लिए पुरस्कारों का ऐलान किया है जिनमें आठ कविता संग्रह, तीन उपन्यास, दो कहानी संग्रह, तीन निबंध, तीन साहित्यिक आलोचना, एक नाटक और एक शोध की पुस्तक शामिल हैं।
राव ने बताया कि इन पुरस्कारों की अनुशंसा इन भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों द्वारा की गई तथा साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में आज इन्हें अनुमोदित किया गया।
सचिव ने बताया कि ये पुरस्कार पिछले पांच वर्षों (एक जनवरी 2018 से 31 दिसंबर 2022) के दौरान प्रकाशित पुस्तकों पर दिए गए हैं।
सचिव के मुताबिक, बांग्ला, डोगरी और उर्दू भाषाओं में पुरस्कारों का ऐलान बाद में किया जाएगा। अकादमी हर साल 24 भाषाओं के रचनाकारों को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित करती है।
उन्होंने कहा कि विजेता रचनाकारों को अगले साल आठ मार्च को आयोजित एक समारोह में पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा जिसमें एक लाख रुपये की राशि, एक उत्कीर्ण ताम्रफलक और शॉल शामिल है।
इस बीच अकादमी ने एक बयान में बताया, “साहित्य अकादमी ने आज प्रतिष्ठित पंजाबी लेखिका अजीत कौर को अपने सर्वोच्च सम्मान महत्तर सदस्यता से सम्मानित किया।”
बयान के मुताबिक, कौर प्रख्यात पंजाबी कथा लेखिका, पत्रकार, अर्थशास्त्री, सांस्कृतिक प्रचारक, सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता हैं। 16 नवंबर 1934 में लाहौर में जन्मीं कौर विभाजन के बाद दिल्ली आ गई और यहीं उनकी पढ़ाई लिखाई हुई।
भाषा नोमान नोमान नरेश
नरेश
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