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Sunday, 22 December, 2024
होमदेशकांग्रेस का मोदी-बाइडन की मुलाकात पर सवाल, भारत में 'अमेरिकी सैन्य अड्डे की इजाजत' को लेकर बोला हमला

कांग्रेस का मोदी-बाइडन की मुलाकात पर सवाल, भारत में ‘अमेरिकी सैन्य अड्डे की इजाजत’ को लेकर बोला हमला

व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, जी20 से इतर बैठक में बाइडेन-मोदी ने अमेरिकी नौसेना संपत्तियों और अन्य विमानों और जहाजों के रखरखाव और मरम्मत के केंद्र के रूप में भारत की पहल को आगे बढ़ाने की सिफारिश की गई है.

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नई दिल्ली : भारत दिल्ली में ऐतिहासिक जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शनिवार को भारत की धरती पर अमेरिकी सैन्य अड्डे को इजाजत देने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला, और सरकार से संसद में इसे स्पष्ट करने को कहा.

तिवारी ने शुक्रवार को भारत-अमेरिका के जारी संयुक्त बयान को लेकर कहा, “क्या भारतीय धरती पर अमेरिकी सैन्य अड्डे को बनाने का कदम उठाया जा रहा है? एनडीए/बीजेपी को संसद में सफाई देनी होगी.”

केंद्र पर कांग्रेस नेता का यह हमला तब सामने आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेगा कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटों बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ जी 20 शिखर सम्मेलन इसे इतर द्विपक्षीय बैठक की.

दिल्ली में 7, लोक कल्याण मार्ग पर दोनों नेताओं की बैठक के बारे में व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, उन्होंने विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर बात की और अमेरिकी नौसेना और मुंबई स्थित मझगांव डॉक के बीच अगस्त 2023 में साइन किए गए दूसरे मास्टर शिप मरम्मत समझौते के समापन की भी सराहना की.

व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने अमेरिकी नौसेना संपत्तियों और अन्य विमानों और जहाजों के रखरखाव और मरम्मत के केंद्र के रूप में भारत के कदम को आगे बढ़ाने की सिफारिश की.

एक्स से बात करते हुए, मनीष तिवारी ने भारत-अमेरिका संयुक्त बयान के एक खास हिस्से पर प्रकाश डाला, जिसमें लिखा था, “नेताओं ने अमेरिकी नौसेना और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा अगस्त 2023 में साइन किए गए सबसे हालिया समझौते के साथ दूसरे मास्टर शिप मरम्मत समझौते के समापन की सराहना की.” दोनों पक्षों ने तैनात अमेरिकी नौसेना संपत्तियों और अन्य विमानों और जहाजों के रखरखाव और मरम्मत के केंद्र के रूप में भारत के कदम को आगे बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्धता जताई.

नेताओं ने भारत में, विमान के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल क्षमताओं और सुविधाओं में और अधिक निवेश करने के लिए अमेरिकी उद्योग की प्रतिबद्धताओं का भी स्वागत किया.

बहरहाल, बीजेपी नेताओं ने तिवारी के दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

जी20 के मेजबान के रूप में भारत ने रविवार (10 सितंबर) को समाप्त होने वाले ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के लिए दुनिया भर के नेताओं और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों का स्वागत किया है. यह वैश्विक बैठक, विभिन्न मंत्रालयों, बैठकों और पूरे वर्ष हुई विभिन्न समूहों की सहभागिता का परिणाम है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर के प्रमुख मुद्दों को एड्रेस करना है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा उन प्रमुख नेताओं में से हैं जो दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत में हैं.


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