नई दिल्ली: जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात आज दिल्ली के हैदराबाद हाउस में हुई. बैठक में जापान के प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी को जी 7 की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने स्वीकार किया. बैठक में दोनों देशों के बीच सुरक्षा, टेक्नोलॉजी, डिजिटल समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई. साथ ही दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच चीन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत और जापान की रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी, आपसी लोकतांत्रिक मूल्यों और कानून के शासन पर आधारित है.’
उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री किशिदा से कई बार मिल चुके हैं और हर बार मिलने के बाद एक पॉजिटिव एनर्जी मिलती है.
दो दिवसीय भारत दौरे पर किशिदा
जापानी प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा आज दो दिवसीय भारत दौरे पर दिल्ली पहुंचे. दिल्ली एयरपोर्ट में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उनका स्वागत किया. आने के बाद फूमियो किशिदा राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी की समाधि को नमन किया.
अपने अभिभाषण में किशिदा ने कहा कि दोनों देश कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए काम करते रहेंगे. जापान अगले पांच साल में भारत में 5 ट्रिलियन येन का निवेश करेगा.
जापानी प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारे भारत के साथ बढ़ते आर्थिक सहयोग से न सिर्फ भारत को फायदा होगा बल्कि इससे जापान में भी आर्थिक तरक्की होगी.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा के बीच साल 2022 में तीन बार मुलाकात हुई थी. साल 2023 में भी दोनों नेताओं के बीच तीन बार मुलाकात होने की संभावना है जिसमें जी 20, जी 7 और क्वाड की बैठक शामिल है.
वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे बात करते हुए जापान के प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अब भी यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करते हैं. उन्होंने कहा, ‘जापान कभी इसे मान्यता नहीं देगा. जापान दुनिया में कहीं भी यथास्थिति में एकतरफा बदलाव का विरोध करता है और करता रहेगा.’
उन्होंने पीएम मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी पुतिन से कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है.
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