भोपाल, 24 मार्च (भाषा) मध्यप्रदेश विधानसभा में सोमवार को बताया गया कि इंदौर में कुछ बच्चों की दिल का दौरा पड़ने से मौत का एक कारण जंक फूड है। इसके बाद सरकार ने खाने के नियमों को सख्ती से लागू करने की मांग की, ताकि फास्ट फूड से होने वाली बीमारियों को रोका जा सके।
बजट सत्र के अंतिम दिन सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ विधायकों ने पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और जंक फूड की समस्या का मुद्दा उठाया तथा मोटापा कम करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान का हवाला दिया।
बजट सत्र को अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने सूचीबद्ध कार्य निपटाने तथा नगर एवं ग्राम निवेश संशोधन विधेयक और मध्यप्रदेश सहकारी समिति संशोधन विधेयक पारित करने के बाद अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया।
विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में राजेंद्र शुक्ला ने भाजपा के दो विधायकों द्वारा बच्चों में जंक फूड की बढ़ती खपत का दावा करने के बाद खाद्य सुरक्षा और मानक दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
जबलपुर उत्तर के भाजपा विधायक अभिलाष पांडेय ने सरकार से पूछा कि क्या उसने पिछले छह महीनों में फास्ट फूड में मिलावट की जांच के लिए कोई विशेष अभियान चलाया है।
उन्होंने कहा, ‘राज्य में फास्ट फूड की खपत बढ़ रही है, जिससे बीमारियां बढ़ रही हैं।’
भाषा
योगेश रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.