लीड फोटो: इस साल मणिपुर में कुकी-मैतेई जातीय संघर्ष के दौरान कुकी ग्रामीणों का एक समूह अपने घरों को आग की लपटों में जलते हुए देख रहा है. इस फोटो में हृदयविदारक और वीरानी मेरे लिए संघर्ष के दौरान जनजातीय कुकी-ज़ो समुदाय और गैर-आदिवासी मैतेई दोनों के सदस्यों की मृत्यु, चोट, हमले और विस्थापन का प्रतीक है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस साल अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान नई दिल्ली में थे. यात्रा के अधिकांश समय गांधी के आसपास कड़ा सुरक्षा घेरा था. इस फोटो के लिए मैं उनके साथ एक या दो किलोमीटर तक पैदल चला, ताकि मैं भीड़ में एक जगह ढूंढ सकूं जिससे मुझे कांग्रेस सांसद और उनके कार्यकर्ताओं की फोटो खींचने में मदद मिले जो मैं चाहता था | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
जनवरी में बेंगलुरु में 75वें सेना दिवस परेड के दौरान सेना का यह पैराट्रूपर आसमान में एक बाज की तरह ज़मीन से काफी ऊपर उड़ रहा था. इस साल यह पहली बार था कि राष्ट्रीय राजधानी में परेड आयोजित नहीं की गई थी, लेकिन मेरे लिए, जो चीज़ इस तस्वीर को खास बनाती है, वो है टाइमिंग जिसने पैराट्रूपर और चील को एक साथ उड़ान भरते हुए कैमरे में कैद करना संभव बनाया | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम मार्च में नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 2023 आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह के दौरान भीड़ का अभिवादन कर रही थीं. बॉक्सर और उनके दर्शकों के बीच का जुड़ाव, उस पल में साझा की गई खुशी है, जो इसे खास बनाती है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
वो पल जब दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आपा खो दिया. पार्टी नेता और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया की गिरफ्तारी को लेकर इस साल दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के विरोध प्रदर्शन के दौरान खींची गई, एक प्रदर्शनकारी को मुक्का मारते पुलिसकर्मी की यह फोटो मेरे लिए इस बात का प्रतीक है कि कैसे पुलिस और जनता अक्सर एक-दूसरे के साथ भिड़ जाते हैं | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
इस साल मणिपुर में जातीय संघर्ष के दौरान सांसद और केंद्रीय मंत्री राजकुमार रंजन सिंह के घर पर हमला हुआ था. राज्य के आदिवासी कुकी-ज़ो और गैर-आदिवासी मैतेई समुदायों के बीच झड़प इस साल की सबसे परेशान करने वाली ख़बरों में से एक रही है. इस फोटो को खींचने की कोशिश में मैं भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच फंस गया. पड़ोस के एक घर की छत पर पहुंच कर ही मैं अपना बचाव करने के साथ-साथ इस फोटो को खींच पाया था | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
इस साल राष्ट्रीय राजधानी में यमुना में आई बाढ़ कई लोगों के लिए दुख लेकर आई, जिनके घर जलमग्न हो गए थे. हालांकि, दिल्ली के लाल किले के पास इस युवा के लिए पानी में तैरने के लिए यह बिल्कुल उपयुक्त थी. भावनाओं का यह परस्पर विरोधी खेल ही था जिसने इस साल मानसून में इसे मेरे लिए इसे एक यादगार तस्वीर बना दिया | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर में भारत मंडपम, प्रगति मैदान में 7वें भारत मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन कर रहे थे. यहां मेरे लिए चौंकाने वाली बात थी पीएम का लाल कालीन पर चलते हुए, भीड़ की ओर हाथ हिलाते हुए देखा जाना, बिना उस सुरक्षा घेरे के जो आमतौर पर उन्हें घेरे रहता है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
नवंबर में उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के कारण अंदर फंसे 41 मज़दूरों को बचाने के लिए बचावकर्मियों ने 17 दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसने भारत की सांसें थामे रखीं. सुरंग के बाहर का यह नज़ारा तब का है जिस दिन मजदूरों को आखिरकार बचा लिया गया था और ये ऑपरेशन में किए गए प्रयासों को दर्शाता है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट
इस महीने की शुरुआत में तीन प्रमुख राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की विधानसभा चुनावों में जीत को अगले साल के लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी की स्थिति के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. तीन दिसंबर को नतीजों की घोषणा के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे तो उनके चेहरे पर जो आत्मविश्वास और खुशी थी वही सब कुछ कह रही है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट