नई दिल्ली: कुंभ मेले से पहले गंगा की सफाई को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है. जनवरी 2021 में होने वाले कुंभ से पहले सरकार यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि गंगोत्री से लेकर हरिद्वार तक गंगा में किसी भी प्रकार का प्रदूषण गंगा में न जाए. यही नहीं जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आने वाले दो वर्षों में गंगा की सफाई को लेकर कई बदलाव होते दिखाई देंगे. गंगा की सफाई को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को गंगा आमंत्रण अभियान का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि इस अभियान का शुभारंभ देवप्रयाग से होगा और राफ्टिंग के माध्यम से गंगा के महामिलन तक का रास्ता तय किया जाएगा. यह अभियान 10 अक्टूबर से 12 नंवबर तक चलेगा.
"जब हम नहीं थे, गंगा तब भी थी.जब हम नहीं होंगे, गंगा तब भी होगी. हमें इसके प्रवाह को बनाये रखने के लिए निरन्तर काम करना होगा" श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री#NamamiGange #GangaAamantran pic.twitter.com/F2OKgWfyI7
— Namami Gange (@cleanganganmcg) October 7, 2019
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘गंगा में हम सबकी आस्था का विषय है. हम सबके सम्मान का प्रतीक है. गंगा की अविरलता और निर्मलता बनी रहे यह हमारा संकल्प है.’
‘पिछले पांच वर्षों गंगा नदी को लेकर केंद्र सरकार ने कई अहम काम किए है. लेकिन गंगा के सफाई के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकारी प्रयास ही काफी नहीं है. इसमें लोगों की भागीदारी होना बेहद जरुरी है. एक जनआंदोलन के साथ में इस काम में लोग जुटे इस काम की सफलता की गति भी प्रदान करेगी और सुनिश्चित भी करेगी.’
शेखावत ने आगे कहा ‘जब हम नहीं थे तब भी गंगा थी. हम है तब भी गंगा है और जब हम नहीं रहेंगे तब भी गंगा रहेगी.’
‘देश की लगभग 40 प्रतिशत से ज्यादा आबादी गंगा नदी और उसकी सहायक नदी के तट पर रहने वाली है. निश्चित रुप से गंगा देश की सारी नदियों का प्रतीक है.’
‘हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य साफ जल है. जल संरक्षण और नदियों का संरक्षण यह परस्पर एक जुड़ा हुआ विषय है.’
सिर्फ सरकार से नहीं होगी गंगा साफ
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, ‘गंगा की सफाई में सरकारी प्रयास ही काफी नहीं है. जन आंदोलन से ही यह सुनिश्चित किया जा सकता है. दुनिया में कई नदियों को लेकर कई प्रयोग हुए हैं. उन्होंने अपनी नदियों को साफ करने में काफी हद तक सफलता पाई है.’
‘हमारी गंगा में लगभग 20 लाख लोग रोज स्नान करते है. एक छठ के उत्सव में करोड़ों लोग स्नान करते है. हर छह साल और 12 साल में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें करोड़ों लोग स्नान करते है.’
‘गंगा जिंदा नदी है. इसके साथ करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है. इन सब के होते हुए भी हमारी सरकार गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाए रखने की दिशा में तेजी से काम कर रही है.’
बता दें कि गंगा नदी की साफ सफाई को लेकर मोदी सरकार पिछले पांच वर्षों से प्रतिबद्ध है. उन्होंने गंगा की सफाई के लिए मोदी सरकार ने ‘नमामी गंगा’ प्रोजेक्ट तैयार किया गया है जिसके तहत प्रोजेक्ट के डीजी राजीव रंजन ने कहा ‘जल संचय और जल संरक्षण सरकार की प्राथमिकता है.’
रंजन ने आगे कहा कि हम गंगा की साफ-सफाई से संबंधित काम में जुटे हैं. फिलहाल गंगा की सफाई को लेकर करीब 300 परियोजना पर काम किया जा रहा है, जिसके परिणाम भी अब दिखने लगे हैं.