मुंबई, 12 अप्रैल (भाषा) विमानवाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत को संरक्षित करने के लिए एकत्र किए गए 57 करोड़ रुपये के कोष की कथित धांधली के मामले में आरोपी एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया ने मंगलवार को अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह अग्रिम जमानत के लिए बंबई उच्च न्यायालय का रुख करेंगे।
महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के बड़े आलोचक माने जाने वाले सोमैया ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश में कहा कि वह उद्धव ठाकरे नीत राज्य सरकार के ‘‘घोटालों का पर्दाफाश करना’’ बंद नहीं करेंगे।
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने सोमैया और उनके बेटे नील पर विक्रांत पोत के संरक्षण के नाम पर एकत्र किए गए 57 करोड़ रुपये से अधिक राशि की हेराफेरी का आरोप लगाया है। जनवरी 2014 में, जहाज को ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से बेचा गया था और उसी वर्ष नवंबर में उसे कबाड़ में बदल दिया गया था। राउत ने सोमैया पर महाराष्ट्र से भागने का भी आरोप लगाया।
मुंबई की एक अदालत ने सोमवार को मामले में किरीट सोमैया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। गिरफ्तारी की आशंका के बीच, भाजपा नेता और उनके बेटे ने अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की।
सोमैया ने मंगलवार को कहा कि दिसंबर 2013 में तत्कालीन कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस (राकांपा) सरकार ने युद्धपोत आईएनएस विक्रांत को 60 करोड़ रुपये में कबाड़ का कारोबार करने वालों को बेचने का फैसला किया था और भाजपा ने इसका विरोध किया था।
भाजपा नेता ने एक बयान में कहा, ‘‘ हमने 10 दिसंबर, 2013 को धन इकट्ठा करने के लिए सिर्फ एक प्रतीकात्मक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें 11,000 रुपये जुटाए गए। 10 साल बाद (शिवसेना सांसद) संजय राउत बिना किसी दस्तावेज या सबूत के किरीट सोमैया पर 58 करोड़ रुपये चोरी करने का आरोप लगा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम ठाकरे सरकार के घोटालों का पर्दाफाश करना बंद नहीं करेंगे। किरीट सोमैया घुटने नहीं टेकेगा। हम अब बंबई उच्च न्यायालय का रुख करेंगे।’’
मुंबई पुलिस ने पिछले सप्ताह एक पूर्व सैन्यकर्मी की शिकायत के आधार पर सोमैया और उनके बेटे नील सोमैया के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।
भाषा निहारिका मनीषा
मनीषा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.