नयी दिल्ली, 16 सितंबर (भाषा) नौसेना के शीर्ष कमांडर मंगलवार से शुरू हो रहे चार दिवसीय सम्मेलन में हिंद महासागर में चीन की बढ़ती उपस्थिति समेत समुद्री सुरक्षा चुनौतियों की व्यापक समीक्षा करेंगे।
कमांडर लाल सागर और आसपास के इलाकों की समग्र स्थिति पर भी विचार-विमर्श कर सकते हैं, जहां कुछ हफ्ते पहले तक हूती आतंकवादियों ने मालवाहक जहाजों पर कई हमले किए थे।
अधिकारियों ने कहा कि सम्मेलन में परिचालन तैयारियों की व्यापक समीक्षा, नौसेना की क्षमता बढ़ाने की योजना पर चर्चा, स्वदेशीकरण के राष्ट्रीय दृष्टिकोण को बढ़ावा देने और नौसैनिक बलों की युद्धक दक्षता को साकार करने पर जोर दिया जाएगा।
सरकार की सैन्य ‘थियेटर’ बनाने की महत्वाकांक्षी योजना पर भी प्रमुखता से विचार-विमर्श किये जाने की संभावना है।
नौसेना के कमांडर का सम्मेलन शीर्ष स्तर का द्विवार्षिक आयोजन है जिसमें महत्वपूर्ण रणनीतिक, परिचालन और प्रशासनिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय अपेक्षाओं से संबंधित विषयों पर कमांडरों को संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि सेना और वायु सेना के प्रमुखों के साथ प्रमुख रक्षाध्यक्ष (सीडीएस) तीनों सेनाओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और सैन्य ‘थियेटर’ गठित करने की दिशा में एकरूपता के लिए नौसेना अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे।
सम्मेलन की शुरुआत नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के उद्घाटन भाषण से होगी।
भाषा संतोष अविनाश
अविनाश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.