कोलकाता, 11 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री अब्दुर रज्जाक मोल्ला का शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना जिले में उनके पैतृक घर में निधन हो गया।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सूत्रों ने बताया कि आयु-संबंधी बीमारियों से पीड़ित पार्टी के 80 वर्षीय नेता मोल्ला ने सुबह भांगर क्षेत्र के बांकरी गांव में अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वरिष्ठ नेता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से राज्य की राजनीति में एक खालीपन पैदा हो गया है।
बनर्जी ने ‘एक्स’ पर कहा, “मैं अपने सहयोगी अब्दुर रज्जाक मोल्ला के निधन से दुखी और स्तब्ध हूं। वह राज्य के मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी थे। मैं उनका बहुत सम्मान करती थी।’
मुख्यमंत्री ने कहा, “बंगाल के ग्रामीण जीवन, कृषि अर्थव्यवस्था और भूमि सुधार के बारे में उनका ज्ञान और अनुभव सर्वविदित था। यही कारण है कि भले ही उन्होंने एक समय अलग विचारधारा की राजनीति की हो, लेकिन उनके लिए ‘मा-माटी-मानुष’ सरकार में शामिल होना आसान और स्वाभाविक था। उनके निधन ने बंगाल की राजनीति में एक अपूरणीय शून्य पैदा कर दिया है।”
मोल्ला पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार में भूमि और भू सुधार मंत्री थे। वह 1977 से 2011 तक कैनिंग पूर्ब सीट से वाम मोर्चा के विधायक रहे।
फरवरी 2014 में, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पश्चिम बंगाल राज्य समिति ने उन्हें “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के लिए निष्कासित कर दिया, जिसके बाद उन्होंने एक नया राजनीतिक दल – भारतीय नायबिचार पार्टी (बीएनपी) बनाया।
बाद में उन्हें सत्तारूढ़ टीएमसी के साथ जुड़ाव के लिए बीएनपी से निष्कासित कर दिया गया।
मोल्ला 2016 के विधानसभा चुनावों से पहले टीएमसी में शामिल हो गए थे। उन्होंने पार्टी के उम्मीदवार के रूप में भांगर सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। चुनाव जीतने के बाद उन्हें खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बनाया गया।
भाषा जोहेब वैभव
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