नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हम अपने सहयोगी पी चिदंबरम की हिरासत को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने यह भी कहा हमें भरोसा और पूरी उम्मीद है कि अदालतें इस मामले में न्याय प्रदान करेंगी. हमारी सरकार के प्रणाली में किसी एक व्यक्ति द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है. सभी निर्णय सामूहिक निर्णय होते हैं और फाइलों में दर्ज होते हैं. सरकार के छह सचिवों सहित एक दर्जन से अधिक अधिकारियों ने सिफारिश को मंजूरी दी थी. चिदंबरम ने सर्वसम्मति से सिफारिश को मंजूरी दी थी.
उन्होंने यह भी कहा कि यदि अधिकारियों की गलती नहीं है, तो यह हमारी समझ से परे है कि किस तरह से सिफारिश को मंजूरी देने वाले मंत्री पर अपराध करने का आरोप लगाया जा सकता है. यदि मंत्री सिफारिश को मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार है, तो सरकार की पूरी प्रणाली ध्वस्त हो जाएगी.
तिहाड़ जेल में बंद पी चिदंबरम से सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने सोमवार को मुलाकात की थी.
आपको बता दें आईएनएक्स मीडिया मामले में पी चिंदबरम को पिछले दिनों अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.