मोतिहारी (बिहार), नौ फरवरी (भाषा) पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बिहार के साथ अपने गहरे जुड़ाव को याद करते हुए रविवार को कहा कि उन्होंने जीवन में जो कुछ भी हासिल किया है, वह यहां के लोगों के आशीर्वाद के कारण संभव हुआ है।
कोविंद जिला मुख्यालय मोतिहारी से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा आयोजित एक समारोह में भाग लेने के लिए पूर्वी चंपारण आए थे।
कोविंद ने कहा, ‘‘मेरे कार्यकाल के दौरान मुझे अक्सर ‘बिहारी राष्ट्रपति’ कहा जाता था। मुझे यह पसंद था क्योंकि मैंने भी हमेशा राज्य के प्रति गहरी आत्मीयता महसूस की है।’’
कोविंद 2017 में राष्ट्रपति बने और उन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति बनने पर मुझे बधाई दी था। उन्होंने बताया था कि मैं बिहार का पहला राज्यपाल हूं जिसे सीधे शीर्ष पद के लिए चुना गया।’’
दिवंगत जाकिर हुसैन भी ऐसे व्यक्ति थे जो बिहार के राज्यपाल और राष्ट्रपति दोनों रहे लेकिन कोविंद के विपरीत, हुसैन ने शीर्ष पद पर चुने जाने से पहले उपराष्ट्रपति के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था।
कोविंद ने कहा, ‘‘मैं हमेशा मानता हूं कि मैंने जीवन में जो कुछ भी हासिल किया है, वह बिहार के लोगों के आशीर्वाद के कारण है।’
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले सप्ताह पेश किए गए केंद्रीय बजट से कृषि से जुड़े लोगों को बहुत लाभ मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने बिहार में ‘‘सहकारी खेती’’ की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ‘‘जहां 97 प्रतिशत किसान सीमांत किसान हैं।’’
कोविंद ने कहा, ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम् (पूरी दुनिया एक परिवार है) भारतीय सभ्यता का एक संस्थापक सिद्धांत रहा है। यह वह सिद्धांत भी है जिस पर सहकारी खेती की अवधारणा आधारित है।’’
भाषा सं अनवर
सिम्मी
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