नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) राज्यसभा के पूर्व सदस्य तरलोचन सिंह ने भारत में अमेरिकी राजदूत को पत्र लिखकर अमेरिका से वहां के सिख चालक समुदाय के साथ खड़े होने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा है कि कैलिफोर्निया में हाल में हुई ट्रक दुर्घटना के बाद कई चालक कथित तौर पर संदेह का सामना कर रहे हैं।
‘फॉक्स न्यूज’ की बुधवार की खबर के अनुसार, भारतीय मूल के 21 वर्षीय ट्रक चालक जशनप्रीत सिंह ने कथित तौर पर मंगलवार को दक्षिण कैलिफोर्निया में धीमी गति से चल रहे यातायात में अपना ट्रक घुसा दिया जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर को 25 अक्टूबर को लिखे अपने पत्र में तरलोचन सिंह ने कहा, ‘‘मैं आपके और आपके माध्यम से अमेरिका सरकार के संज्ञान में लाना चाहता हूं कि कैलिफोर्निया में एक सिख चालक से संबंधित दुर्भाग्यपूर्ण सड़क दुर्घटना की वजह से अमेरिका में सिख ट्रक चालकों में भय पैदा हो रहा है।’’
उन्होंने इस चिंता का कारण घटना के बारे में मीडिया में हुए ‘‘आक्रामक प्रचार’’ को बताया।
पूर्व सांसद ने ज़ोर देकर कहा, ‘‘मैं सिख चालक के लिए कोई माफी नहीं मांग रहा हूं, उसे अदालत का सामना करना चाहिए।’’
हालांकि, उन्होंने कहा कि पंजाब में जशनप्रीत के परिवार का दावा है कि वह एक अमृतधारी सिख है जिसने मादक पदार्थ या शराब का सेवन न करने का संकल्प ले रखा है।
चालक के परिवार ने इस आरोप को खारिज किया कि वह गाड़ी चलाते समय नशे में था और कहा कि वह एक ‘‘अमृतधारी सिख’’ है।
सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि लगभग एक लाख सिख चालक अमेरिकी आपूर्ति श्रृंखला का ‘‘अपरिहार्य घटक’’ हैं।
पूर्व सांसद ने पत्र में कहा, ‘‘दशकों से वे इस पेशे में हैं और उन्हें कभी इस तरह निशाना नहीं बनाया गया। अब उन्हें ट्रक स्टॉप पर संदेह की नजर से देखा जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि सिख पिछली सदी की शुरुआत से ही अमेरिका में रह रहे हैं और उन्होंने अमेरिका के विकास में योगदान दिया है।
तरलोचन सिंह ने अपने पत्र में लिखा, ‘‘मैं आपके जरिए अमेरिका सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करता हूं, ताकि सिखों के साथ खड़ा हुआ जा सके, जो हमेशा अमेरिकी नागरिक होने पर गर्व महसूस करते हैं।’’
इसके अलावा, पूर्व सांसद ने अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा को पत्र लिखकर अमेरिका में सिख चालकों की भलाई के लिए समर्थन मांगा।
उन्होंने 25 अक्टूबर को लिखे पत्र में कहा, ‘‘नए कड़े प्रवासी नियमों के कारण अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं में पहले से ही घबराहट है।’’
तरलोचन सिंह ने यह भी अनुरोध किया कि क्वात्रा अमेरिका में सिख चालकों की सहायता करें और उनका विश्वास बहाल करने में मदद करें।
भाषा नोमान नेत्रपाल
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