नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद तमाम हस्तियों ने उन्हें जीवन की दूसरी पारी के लिए बधाइयां दी हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने भी उन्हें पत्र लिखकर शुभकामनाएं दी और उनके अंदाज की जमकर तारफी की. धोनी ने पीएम का पत्र ट्विटर पर साझा कर उनका शुक्रिया जताया है.
An Artist,Soldier and Sportsperson what they crave for is appreciation, that their hard work and sacrifice is getting noticed and appreciated by everyone.thanks PM @narendramodi for your appreciation and good wishes. pic.twitter.com/T0naCT7mO7
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) August 20, 2020
ट्विटर पर पीएम के पत्र को शेयर करते हुए धोनी ने लिखा है, ‘कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी तारीफ की इच्छा रखते हैं. वह अपने मेहनत और बलिदान के लिए चाहते हैं कि सभी उन्हें पहचानें. पीएम मोदी आपकी तारीफ और शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया.’
मोदी ने पत्र में धोनी के लिए लिखा है, ’15 अगस्त को आपने सादे अंदाज में एक छोटा वीडियो शेयर किया जो पूरे देश में एक लंबी और जूनूनी चर्चा बबने के लिए काफी था. 130 करोड़ भारतीय निराश हैं लेकिन आपने पिछले डेढ़ दशक में भारतीय क्रिकेट के लिए आपने जो किया है उसके लिए आभारी भी हैं.’
‘आपके करियर को देखने का एक तरीका आंकड़ों की नजर से है. आप भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. आप भारत को विश्व की चोटी की टीम बनाने में योगदान है. आपने जो खेल दिखाया है उस हिसाब से दुनिया के क्रिकेट के इतिहास में आपका नाम सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में, सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में और निश्चित तौर पर सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर्स में लिया जाएगा.’
उन्होंने आगे लिखा, ‘मुश्किल हालातों में आप पर निर्भरता और मैच को खत्म करने का आपका अंदाज, खास तौर पर 2011 के विश्व कप के फाइनल में, आने वाली पीढ़ियां तक लोग याद रखेंगे.’
लेकिन महेंद्र सिंह धोनी केवल अनपे आंकड़ों और मैच जिताने के भूमिकाओं के लिए नहीं याद रखे जाएंगे. आपको केवल एक खिलाड़ी के रूप में देखना अन्याय होगा. सही तरीके से आपका आंकलन एक घटना के रूप में है!
एक छोटे से कस्बे से विनम्र शुरुआत कर आपने राष्ट्रीय क्षितिज पर आपने नाम रोशन किया. आपने खुद के लिए और नाम कमाया और ज्यादा महत्वपूर्ण भारत को गौरवान्वित किया. आपका उदय और आपने जो किया उसने करोड़ों युवाओं को प्रेरणा और ताकत दी जो आपकी ही तरह स्कूल कालेज में बहुत तवज्जो वाले नहीं थे न ही नामी घरों से थे लेकिन उनमें खुद को उच्च स्तर पर ले जाने की प्रतिभा थी.
आप न्यू इंडिया की उनमें से एक उदाहरण हैं जहां परिवार का नाम नए लोगों का भाग्य नहीं तय करता बल्कि अपना नाम और भाग्य खुद तय करते हैं.
पत्र के दूसरे हिस्से के आखिरी में पीएम ने परिवार को भी शुभकामनाएं दी हैं. वह लिखते हैं कि मुझे उम्मीद है कि साक्षी और जीवा (बेटी) आपके साथ ज्यादा समय बिता रहे होंगे. मैं उन्हें भी शुभकामना प्रेषित करता हूं. बिना उनकी कुर्बानी और सहयोग के कुछ भी संभव नहीं. हमारे युवाओं को आपसे सीखना चाहिए कि कैसे परिवार और पेशेवर जिंदगी में संतुलन बिठाया जाता है.