नयी दिल्ली, 11 मई (भाषा) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के एक पूर्व सदस्य ने रविवार को संस्थान के पूर्व महानिदेशक और पद्मश्री से सम्मानित सुब्बाना अय्यप्पन की ‘‘असामयिक एवं रहस्यमयी’’ मौत की अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की।
आईसीएआर के शासी निकाय में रह चुके वेणुगोपाल बदरवाड़ा ने कहा, ‘‘उनकी असामयिक मौत के आसपास की परिस्थितियां बेहद परेशान करने वाली हैं। उनका स्कूटर लावारिस हालत में मिला था और उनकी मौत का कारण अब भी स्पष्ट नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों के चलते अदालत की निगरानी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराई जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह को लिखे अलग-अलग पत्रों में बदरवाड़ा ने आरोप लगाया कि यह दुखद घटना ‘‘आईसीएआर, एएसआरबी (कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड) और संबद्ध संस्थानों में गहरी जड़ें जमाए हुए भ्रष्टाचार, अनियमित नियुक्तियों और सत्ता के दुरुपयोग’’ को उजागर करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘अय्यप्पन जी की मृत्यु संस्थागत प्रतिशोध या प्रशासनिक पतन का परिणाम हो सकती है, जैसा कि अब वैज्ञानिक और कृषक समुदाय आरोप लगा रहे हैं।’’
अय्यप्पन (70) शनिवार को कर्नाटक के श्रीरंगपटना के पास कावेरी नदी में मृत मिले थे। उनका दोपहिया वाहन नदी के किनारे मिला था। स्थानीय पुलिस को संदेह है कि उन्होंने नदी में छलांग लगाई होगी। संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने के तीन दिन बाद उनका शव बरामद किया गया।
उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं ।
भाषा रंजन नेत्रपाल
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