नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद् देशभर में जनजागरण अभियान शुरु करेगी. वीएचपी ने देश के 5 लाख गांवों के 10 करोड़ परिवार तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है. इस दौरान वीएचपी के कार्यकर्ता हर परिवार से 100 रुपए स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग देने की अपील भी करेंगे.
राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक के बाद मंदिर के डिजाइन में भी बदलाव शुरू हो गया है. हालांकि मंदिर निर्माण में कितनी लागत आएगी इस पर राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य, वीएचपी और आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
मंदिर के प्रमुख आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमुपरा के छोटे बेटे आशीष सोमपुरा ने दिप्रिंट से कहा, ‘मंदिर का नया डिजाइन अभी तैयार हुआ है. बहुत काम बाकी है इसलिए अनुमानित लागत बताना अभी जल्दबाजी होगी. ट्रस्ट ने हमें यह कहा है कि जो हमें भगवान देंगे वह हम मंदिर निर्माण में लगाते जाएंगे.’
विश्व हिंदू परिषद् के विश्वस्त सूत्र ने दिप्रिंट से कहा,’उत्तर प्रदेश में हमारे गोरक्ष प्रांत, काशी, कानपुर, अवध, ब्रज, मेरठ, आगरा है. इन सभी प्रांत के जिलों के गांवों से हम जनजागरण की शुरुआत करेंगे. अगस्त माह से देश के 5 लाख गांवों के 10 करोड़ परिवार तक पहुंचने का लक्ष्य हमने निर्धारित किया है. इस दौरान हमारे कार्यकर्ता एक परिवार से 100 रुपए स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग करने की अपील भी करेंगे. इसमें जितने भी हमारे वैचारिक संगठन हैं वो भी हमारा सहयोग करेंगे.’
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वीएचपी केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने दिप्रिंट से कहा, ‘इतने वर्षों के संघर्ष के बाद राम मंदिर के भूमि पूजन की शुभ घड़ी आ रही है, ये सभी लोगों के परिश्रम का परिणाम है. कोरोना की परिस्थितियों के चलते बहुत सीमित लोग ही भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हो पाएंगे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘जैसे ही पीएम का आधिकारिक कार्यक्रम तय होता है वैसे ही देशभर के लोगों से घर रहकर ही दीपक जलाने, पुष्पांजलि, शंखनाद करने और पूजा हवन करने आह्वान करेंगे. ताकि वे लोग भी इस तरह से इस काम में खुद को सहभागी बना सकें.’
राजेंद्र सिंह पंकज ने यह भी कहा कि सरकार के नियमों को ध्यान में रखते हुए अगस्त में स्थापना दिवस का कार्यक्रम होगा इसमें भी लोगों को राम मंदिर के बारे में बताया जाएगा.’
एक महीने चलेगा अभियान
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक वरिष्ठ ट्रस्टी ने दिप्रिंट को बताया, ‘पीएम के पांच अगस्त को आने की सूचना है. सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक सारा कार्यक्रम संपन्न हो जाएगा. इसके बाद मंदिर निर्माण का काम शुरु होगा. अभी बरसात का मौसम है इसलिए मंदिर का निर्माण कार्य तेजी नहीं पकड़ पाएगा. लेकिन धीरे-धीरे काम चलता रहेगा. जैसे ही बरसात खत्म होगी वैसे ही मंदिर निर्माण के मोर्चे पर और जनजागरण के मोर्चे पर काम तेजी से शुरु हो जाएगा.’
उन्होंने आगे कहा, ‘पूर्व में जिस तरह से शिला पूजन के दौरान जैसा कार्यक्रम हुआ था उसी तर्ज पर मंदिर निर्माण के लिए जनजागरण का कार्यक्रम होगा. मंदिर निर्माण के लिए देशवासियों को एकबार फिर जगाया जाएगा. इस अभियान में लोगों को बताया जाएगा कि ये राम मंदिर आपके संकल्प, सहयोग और दान से बनेगा. इनमें सभी के शारीरिक श्रम से लेकर आर्थिक और मानसिक सहयोग की जरूरत होगी.
वह आगे कहते हैं, ‘इसमें देवउठनी एकादशी (25 नवंबर) से लेकर गीता जयंती (25 दिसंबर) तक इस बीच में ये अभियान देशभर में चलाने पर विचार विमर्श हुआ है. अगर कोविड-19 का प्रकोप इसी तरह रहता है तो इस कार्यक्रम में परिवर्तन होगा और अगर कोरोना का प्रकोप कमजोर होता है तो व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा.’
वरिष्ठ ट्रस्टी ने यह भी कहा, ‘हम किसी से कोई राशि देने के लिए नहीं कहेंगे. जिसकी जो श्रद्धा है वह अपने हिसाब से सहयोग कर सकता है. इसलिए ट्रस्ट ने पहले ही एक खाता खुलवाकर उसका नंबर लोगों को दे दिया है. इससे दोनों तरफ की विश्वसनीयता बनी रहती है.’
कुछ ऐसा ही कहना रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल का भी है.
ट्रस्ट के एक अन्य वरिष्ठ सदस्य ने नाम न छापने पर दिप्रिंट को बताया, ‘ट्रस्ट के सभी विषय संज्ञान में हैं. सभी मुद्दों पर विचार किया गया है. भविष्य में जनजागरण कार्यक्रम कैसा होगा इसको बताया जाएगा. अभी बैठक की कार्यवाही सभी सदस्यों को भेजी जा रही है. इसमें कुछ सदस्यों के द्वारा सुधार भी आ सकते है इसलिए अभी इसे जारी करना या बताना उचित नहीं है. शेष अन्य विषय सभी से फानइल होने के बाद जारी किए जाएंगे.’
वीएचपी अपने स्थापना दिवस से तैयार करेगा माहौल
इधर, विश्व हिंदू परिषद् ने भी अपने स्थापना दिवस के सहारे फिर राम मंदिर निर्माण का माहौल तैयार करने में लगी हुई है. वीएचपी की स्थापना 1964 में जन्माष्टमी के दिन हुई थी. तब से ही वीएचपी अपने हर वर्ष स्थापना दिवस के सहारे लोगों के बीच हिंदुत्व से जुड़े मुद्दों पर जन जागरण करती चली रहा है. इस दौरान भी वीएचपी 9 अगस्त से 15 अगस्त के बीच कई कार्यक्रम करेगी. स्थापना दिवस के बहाने राम नाम को लेकर फिर से हिंदुत्व का माहौल तैयार किया जाएगा.
वीएचपी के विश्वस्त सूत्र ने बताया, ‘संगठन के कार्यकर्ता स्थापना दिवस के उत्सव के सहारे यूपी के हर जिले के 100 गांव में माहौल बनाएंगे. वहीं राम मंदिर निर्माण की तैयारियों को लेकर लोगों को बताएंगे. साथ ही सभी लोगों से अयोध्या में मंदिर निर्माण के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए शहरों और गांवों में भजन कीर्तन करने का आग्रह भी करेंगे.’
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विश्व हिंदू परिषद् के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बसंल ने दिप्रिंट से कहा,’वीएचपी 9 अगस्त से 15 अगस्त के बीच स्थापना दिवस मनाएंगी. जहां पर संभव है वहां सोशल डिस्टेसिंग और प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए प्रत्यक्ष कार्यक्रम होंगे. जहां नहीं है वहां ई-कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसमें वीएचपी द्वारा किए गए कार्य जैसे गो- रक्षा व गो-संवर्धन, मंदिरों की रक्षा, राम जन्मभूमि आंदोलन सहित अन्य कामों के बारे में लोगों को बताया जाएगा. कोरोनाकाल के दौरान किए गए सेवा कार्य के अलावा हिंदू समाज के सामने लव जिहाद, धर्मांतरण, मंदिरों पर कब्जे व हमले जैसी चुनौतियों और देश विरोधियों जैसे विषयों पर भी चर्चा होगी.’
बसंल ने आगे कहा, ‘रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा भूमि पूजन के बाद राम मंदिर से जुड़े कार्यक्रम तय किए जाएंगे. वहीं 16 अगस्त से 23 अगस्त तक अखंड भारत दिवस सप्ताह भी मनाया जाएगा.’
1990 main Jo raam mandir ka Chanda 1-1 or 2-2 rupiye pure India se liye us ka Kya hua?
Cow kha gai kya?
Ya BJP k power main lane k liye use Kiya.
Raam k name pe thugne walo Bharat or aane wali generation Bharat ko Barbad Karne k liye kabhi nahi bhoolegi aapko.
Bolo
Jai shree raam
Bharat mata ki jai