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Tuesday, 2 September, 2025
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डॉक्टर-मरीज के भरोसे के लिए संवाद उतना ही महत्वपूर्ण जितना चिकित्सीय कौशल: अनुप्रिया पटेल

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नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि आज की तेजी से बदलती स्वास्थ्य व्यवस्था में चिकित्सकों, मरीजों और तीमारदारों के बीच विश्वास कायम करने के लिए संवाद उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि चिकित्सीय कौशल।

उन्होंने यह बात ‘मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल’ में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख डॉ. एस. एन. बसु द्वारा लिखित पुस्तक ‘कम्युनिकेशन इन हेल्थकेयर: प्रिंसिपल्स, स्किल्स एंड प्रैक्टिस’ के विमोचन अवसर पर कही। वह राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परीक्षा बोर्ड (एनबीईएमएस) की शासी निकाय की सदस्य भी हैं।

यह पुस्तक स्वास्थ्य सेवा में प्रभावी संवाद की अहमियत को बढ़ावा देती है। इसमें चिकित्सा क्षेत्र के एक बेहद जरूरी, लेकिन अक्सर अनदेखे पहलू ‘मानवीय जुड़ाव’ पर ध्यान दिया गया है।

पटेल ने कहा, ‘‘आज की दुनिया में, जहां चिकित्सा दिन-ब-दिन जटिल होती जा रही है, संवाद सरलता, सहानुभूति और भरोसा पैदा करता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘चिकित्सकों, मरीजों और तीमारदारों के बीच विश्वास बनाने के लिए संवाद उतना ही जरूरी है, जितना कि नैदानिक कौशल। यह पुस्तक स्वास्थ्य सेवा को और अधिक मानवीय और मरीज-केंद्रित बनाने की दिशा में एक सामयिक योगदान है।’’

केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर बल दिया कि नीति-निर्माताओं, शिक्षकों, चिकित्सकों और छात्रों को संवाद कौशल में निवेश करना चाहिए, ताकि हर मरीज का मान-सम्मान बना रहे तथा मरीज-चिकित्सक के बीच का विश्वास और मजबूत हो।

उन्होंने कहा, ‘‘यह किताब हमें अपनी रोजमर्रा के बातचीत के तरीकों पर सोचने के लिए प्रेरित करेगी और यह याद दिलाएगी कि जैसे दवाइयां इलाज करती हैं, वैसे ही मधुर वाणी भी दिल को सुकून दे सकती है। मुझे पूरा विश्वास है कि यह पुस्तक चिकित्सकों, नर्सों, मेडिकल छात्रों और प्रशासकों के लिए एक मूल्यवान संसाधन साबित होगी।’’

पुस्तक का विमोचन समारोह रविवार को यहां डॉ. आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित किया गया। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के अध्यक्ष एवं एनबीईएमएस के शासी निकाय के अध्यक्ष डॉ. अभिजात शेठ भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।

भाषा

खारी सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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