भुवनेश्वर, 27 अप्रैल (भाषा) भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार पर रविवार को यात्रियों के एक वर्ग ने प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि खराब मौसम के कारण कोलकाता जाने वाली कई उड़ानों को भुवनेश्वर की तरफ मोड़ दिया गया, जिसके कारण वे घंटों तक फंसे रहे।
यात्रियों ने दावा किया कि बच्चों सहित उनमें से कई को उतरने के बाद भोजन या पानी नहीं दिया गया।
एक छात्रा ने बताया कि उसकी उड़ान का मार्ग बदलकर भुवनेश्वर कर दिया गया, जिसके कारण वह परीक्षा देने से चूक गई।
उसने कहा, ‘मैं आठ घंटे से अधिक समय से हवाई अड्डे पर फंसी हुई हूं। इस वजह से मुझे अपनी परीक्षा भी छोड़नी पड़ी।’
भुवनेश्वर हवाई अड्डे के निदेशक प्रसन्ना प्रधान ने कहा कि शनिवार रात 10 बजे से देर रात 1.15 बजे के बीच कोलकाता जाने वाली आठ उड़ानों को भुवनेश्वर की तरफ मोड़ दिया गया।
उन्होंने बताया कि इनमें से छह उड़ानों को अस्थायी ठहराव के बाद कोलकाता लौटने की मंजूरी दे दी गई।
अधिकारी ने बताया कि स्पाइसजेट की दो उड़ानें अभी भी रुकी हुई हैं, क्योंकि भुवनेश्वर हवाई अड्डा स्पाइसजेट के लिए ‘गैर-परिचालन हवाईअड्डा’ है।
प्रधान ने कहा, ‘पायलट की ड्यूटी संबंधी समय सीमा और विमानों की औपचारिक जांच के कारण उड़ानों को यहां रोक दिया गया। विमानन कंपनी ने यात्रियों के लिए बस और होटल की व्यवस्था की। हालांकि, उनमें से कुछ होटल नहीं गए।’
उन्होंने यह भी कहा कि हवाई अड्डा प्राधिकरण ने फंसे हुए यात्रियों को जलपान उपलब्ध कराया तथा वे दो उड़ानों से कोलकाता के लिए रवाना हो गए।
भाषा
शुभम पारुल
पारुल
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