बेंगलुरु, पांच जुलाई (भाषा) कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खांडरे ने माले महादेश्वर (एमएम) पहाड़ियों में पांच बाघों की ‘अप्राकृतिक मौत’ के संबंध में लापरवाही और कर्तव्य निर्वहन में चूक के लिए दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मंत्री ने इस मामले में उप वन संरक्षक (डीसीएफ) वाई चक्रपाणि को निलंबित करने की भी सिफारिश की है।
एमएम हिल्स के हुग्याम रेंज में 26 जून को एक मादा बाघिन और उसके चार शावक मृत पाए गए थे।
खांडरे ने चक्रपाणि के आचरण की विभागीय जांच की भी सिफारिश की। घटना के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
खांडरे का यह निर्णय अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (एपीसीसीएफ) कुमार पुष्कर की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय जांच समिति द्वारा प्रस्तुत प्रारंभिक रिपोर्ट की समीक्षा के बाद आया। घटना की जांच के लिए इस समिति का गठन किया गया था।
मंत्री ने समिति को 10 जुलाई तक अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
खांडरे के कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘बाघों की अप्राकृतिक मौत मामले में अधिकारियों की लापरवाही और कर्तव्यों का पालन ना करने के स्पष्ट सबूत हैं जिनके आधार पर मंत्री ने कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग से डीसीएफ वाई चक्रपाणि के निलंबन की सिफारिश की है।’
बयान में कहा गया है कि सहायक वन संरक्षक गजानन हेगड़े और संबंधित क्षेत्र के रेंज वन अधिकारी मदेश को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि वे गश्ती कर्मचारियों की प्रभावी निगरानी करने में विफल रहे और वन संरक्षण के अपने मौलिक कर्तव्यों का निर्वहन करने में घोर लापरवाही बरती।
भाषा योगेश शोभना
शोभना
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