बलिया (उप्र), 24 जून (भाषा) ईरान की धार्मिक यात्रा पर गए और तेहरान में फंस गए जिले के पांच निवासी सुरक्षित लौट आए और उन्होंने दोनों देशों की सरकारों के प्रति आभार जताया।
बलिया जिले के रसड़ा कस्बा निवासी सैयद असद अली बकर, सैयद मोहम्मद मुजतबा हुसैन, सैयद मोहम्मद अन, शमा जहां और सैयद नज्मुसकिब धार्मिक यात्रा पर ईरान गए थे और इजराइल के साथ ईरान के युद्ध के कारण देश की राजधानी तेहरान में फंस गए थे और सभी मंगलवार सुबह सुरक्षित बलिया लौट आए।
ईरान में जियारत करके लौटे सैयद मोहम्मद मुजतबा हुसैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन सभी लोगों को धार्मिक यात्रा के सिलसिले में ईरान में सात दिन रहना था , लेकिन युद्ध के कारण पंद्रह दिन तक रहना पड़ा।
हुसैन ने बताया कि उनका समूह 28 मई को इराक पहुंचा था और उसके बाद वह सभी इराक से यात्रा पूरी कर सात जून को ईरान पहुंचे। वे 21 जून तक ईरान में रहे।
उन्होंने ईरान में आंखों देखा हाल बताते हुए दावा किया कि ईरान के खौफनाक मंजर के बीच बाजारों में दुकानें खुली हुई थीं और इबादतगाहों पर लगातार लोगों की आवाजाही थी।
हुसैन ने बताया कि वह अपने समूह के साथ तेहरान के एक होटल में ठहरे थे और युद्ध की स्थिति के कारण स्वदेश वापसी पर अनिश्चितता पैदा हो गई थी।
उन्होंने कहा कि ईरान में भारतीय दूतावास बेहद सक्रिय है और दोनों देशों की सरकारें नागरिकों की सुरक्षित वापसी को लेकर बेहद गंभीर हैं।
इस मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के स्थानीय सांसद सनातन पांडेय ने भी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मामले में आवश्यक कार्रवाई का अनुरोध किया था।
पांडेय ने शनिवार को विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर तेहरान में फंसे रसड़ा के पांच लोगों की सकुशल भारत वापसी के लिए आवश्यक पहल करने का अनुरोध किया था।
भाषा सं आनन्द मनीषा वैभव
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