कोटा (राजस्थान), 11 मार्च (भाषा) राजस्थान में बूंदी के एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने यूक्रेन के दक्षिण हिस्से में स्थित खेरसोन शहर में अभी भी पांच भारतीय छात्रों के फंसे होने का दावा करते हुए भारत सरकार से उन्हें वापस लाने का अनुरोध किया है।
चरमेश शर्मा ने दावा किया कि रूसी हमले के कारण एक इमारत में छुपे इन छात्रों ने व्हाट्सऐप की मदद से उनसे संपर्क कर अपनी परेशानी बतायी है।
शर्मा ने राष्ट्रपति कार्यालय, प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री को पत्र लिखकर उनसे यूक्रेन में फंसे इन पांच भारतीय छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के लिए तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया है।
यूक्रेन में फंसे इन पांच भारतीय छात्रों की पहचान है… गुजरात के जामनगर निवासी वादी विवेक और मिलन दोमादिया, हरियाणा के रोहतक निवासी तनु और सिमरन कौर तथा तमिलनाडु निवासी अरोकिया राज।
शर्मा ने दावा किया, बातचीत के दौरान छात्रों ने बताया कि भारी गोलाबारी के कारण वे इमारत से बाहर निकलने की स्थिति में नहीं हैं।
शर्मा ने कहा कि भारत सरकार अभी तक जिन छात्रों को वापस लेकर आयी है उन्हें पैदल चलकर या वाहनों की मदद से पड़ोसी देशों की सीमाओं तक पहुंचना पड़ा था, लेकिन ये पांच छात्र भारी गोलाबारी के कारण ऐसा करने में असफल हैं।
शर्मा ने दावा किया कि छात्रों का कहना है कि उनके पास भोजन नहीं है और पैसे भी बहुत कम बचे हैं। उन्होंने दावा किया कि खारसोन में एक टैक्सी चालक ने उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचाने की बात कहकर 200 डॉलर का चूना लगा दिया।
यूक्रेन के सूमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर पोलैंड के रजेस्जोव से तीन विमान शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे हैं।
भाषा अर्पणा माधव
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