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Monday, 25 November, 2024
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यूपी के प्रयागराज में एक ही घर में मिली पांच लाशें, परिवार के मर्डर के बाद घर में लगा दी आग

एक पुरुष, तीन महिलाओं और एक नाबालिग लड़की सहित पांच पीड़ितों के शव उनके घर के आंगन में पाए गए और अपराध के बाद उनके घर में आग लगा दी गई

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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के थरवई क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में एक दो वर्षीय बच्चे सहित एक ही परिवार के पांच सदस्य अपने घर के अंदर मृत पाए गए. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी.

एक पुरुष, तीन महिलाओं और एक नाबालिग लड़की सहित पांच पीड़ितों के शव उनके घर के आंगन में पाए गए और अपराध के बाद उनके घर में आग लगा दी गई. पुलिस को आशंका है कि उन पर धारदार हथियार से हमला किया गया है. मृतकों की पहचान राज कुमार (55), कुसुम देवी (50), मनीषा कुमारी (25), सविता (30) और मीनाक्षी (2) के रूप में हुई है.

घटना का पता तब चला जब स्थानीय लोगों ने घर से धुंआ निकलते देखा और स्थानीय पुलिस को सूचना दी.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि थरवई थाने की पुलिस को सुबह साढ़े पांच बजे सूचना मिली कि एक घर में चार-पांच लोग मृत अवस्था में मिले हैं.

इस सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर घर के मुखिया राजकुमार, उनकी पत्नी, उनकी बहू, उनकी बेटी और उनकी एक नातिन- कुल पांच लोग मृत पाए गए और राजकुमार की एक नातिन जिसकी उम्र पांच साल है, वह जीवित है.

थरवई की इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘आज का अपराधनामा- प्रयागराज में फिर सामूहिक हत्या, एक परिवार के पांच लोगों का गला रेता, शवों को जलाने के लिए घर में लगा दी आग.’

थरवई थाना के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों में राजकुमार यादव (55 वर्ष), राजकुमार की बेटी मनीषा (25 वर्ष), राजकुमार की पत्नी कुसुम (50 वर्ष), राजकुमार की बहू सविता (30 वर्ष) और राजकुमार की नातिन मीताक्षी (दो वर्ष) शामिल हैं. वहीं राजकुमार की दूसरी नातिन पांच वर्षीय साक्षी सुरक्षित और जीवित है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण करने पर पाया गया कि घर के बेडरूम में आग भी लगी हुई थी जिसे दमकल द्वारा बुझा दिया गया.

मृत महिला के चाचा अमृत लाल यादव ने कहा, ‘एक व्यक्ति ने घर से धुंआ निकलता देख ग्रामीणों को सूचना दी. लोग देखने के लिए दौड़े तो घर के आंगन में लाशें मिलीं. लोगों ने बताया कि मेरी बेटी की सास तब जिंदा थी. पुलिस उसे अस्पताल ले गई. उसके साथ, अन्य सभी चार शवों को ले लिया। हम समझ नहीं पाए कि क्या हो रहा है.’

पुलिस ने बताया कि सविता के मायके वाले और घर के लोग यहां पहुंच गए हैं और उनसे बातचीत की जा रही है. वे जो भी तहरीर देंगे, उस पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा. पूरे मामले को देखने के लिए सात टीमें बनाई गई हैं. फील्ड यूनिट और ‘श्वान दल’ ने भी सबूत एकत्र कर लिए हैं.

उन्होंने बताया कि शवों के पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा कि हत्या कैसे की गई. मृतकों की चोटों को देखकर लग रहा है कि डंडे से प्रहार किया गया है. सिर पर चोटों के निशान हैं.

अजय कुमार ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल से कराया जाएगा और इसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी ताकि कोई सबूत ना छूटे.

थरवई थाना के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि राजकुमार का पुत्र सुनील किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए घर से बाहर था, इसलिए वह बच गया.


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