मेंगलुरु (कर्नाटक), 12 सितंबर (भाषा) आपराधिक मामलों में आरोपियों को जमानत दिलाने के लिए आधार कार्ड और भूमि रिकॉर्ड में जालसाजी करने वाले रैकेट चलाने के आरोप में शुक्रवार को यहां पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस आयुक्त सुधीर कुमार रेड्डी ने कहा कि हाल में अदालतों और सरकारी कार्यालयों में फर्जी दस्तावेज जमा किए जाने के बाद यह मामला प्रकाश में आया।
केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) की शिकायत के आधार पर, उरवा पुलिस ने सबसे पहले बप्पनडु निवासी अब्दुल रहमान (46) को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ के बाद कोडियालबेल स्थित एक कंप्यूटर सेंटर में काम करने वाले निशांत कुमार (28) को गिरफ्तार किया गया।
जांच से पता चला कि आरोपियों ने अपनी तस्वीरें लगाकर और असली व्यक्ति बनकर जमानत के लिए आधार कार्ड से छेड़छाड़ की थी।
पुलिस ने बताया कि जांच में मंगलुरु उत्तर पुलिस थाने से जुड़े दो और मामले सामने आए। एक मामले में, बंटवाल निवासी नितिन कुमार (31) ने कथित तौर पर जमानत के लिए ‘‘गणेश के सल्यान’’ बनकर जमानत ली, जबकि दूसरे मामले में, साजिपा मुन्नूर निवासी हसन रियाज (46) ने जमानत पाने के लिए ‘‘ए एम हमीद’ बनकर ज़मानत ली।
पुलिस ने कावूर निवासी मोहम्मद हनीफ को भी गिरफ्तार किया, जो कथित तौर पर दलाल के रूप में काम कर रहा था और अदालतों में इस्तेमाल के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर रहा था।
भाषा इन्दु देवेंद्र राजकुमार
राजकुमार
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.