नई दिल्ली: गांधी जयंती से एक दिन पहले जहां प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर पूरे देश के लोगों ने स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया, वहीं पीएम मोदी खुद एक मेहमान के साथ इस अभियान का हिस्सा बने. उन्होंने ’75 डे हार्ड चैलेंज’ को पूरा करने वाले सोशल मीडिया इंफ्यूलेंसर और फिटनेस फ्रिक अंकित बैयनपुरिया को अपने यहां बुलाया. दोनों ने मिलकर सफाई की और सफाई करते-करते फिटनेस और स्वच्छता से संबंधित कई बातें भी की. पीएम ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया.
वीडियो में पीएम सफाई करने के साथ-साथ अंकित से सफाई और फिटनेस के प्रति उनके अनुशासन को लेकर बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने अंकित से इससे जुड़े कई सवाल पूछे.
पीएम ने अंकित के साथ सफाई करने का वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “आज, जब देश स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, अंकित बैयनपुरिया और मैंने भी वही किया. स्वच्छता के अलावा, हमने इसमें फिटनेस और खुशहाली को भी शामिल किया है. यह सब स्वच्छ और स्वस्थ भारत की भावना के बारे में है.”
पीएम मोदी अंकित से कहते हैं, “मैं आज आपसे कुछ सीखूंगा. आप बताएं कि स्वच्छता अभियान फिटनेस में कैसे मदद करेगा?” अंकित ने जवाब दिया, “पर्यावरण को स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है. अगर पर्यावरण स्वस्थ रहेगा तो हम भी स्वस्थ रहेंगे.”
पीएम मोदी ने यह भी पूछा कि सोनीपत में उनके गांव में स्वच्छता को लेकर जागरूकता कैसी है. इसपर अंकित का जवाब था कि लोग अब स्वच्छता के प्रति अधिक जागरूक हैं.
बता दें कि पीएम ने कहा था स्वच्छता देश के सभी नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी है और इस दिशा में जन भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने सभी देशवासियों से स्वच्छता बनाए रखने और देश के उज्जवल भविष्य के निर्माण में मदद करने के लिए रविवार को सुबह 10 बजे एक घंटा निकालने के लिए कहा था.
पीएम अंकित से उसके फिटनेस पर भी पूछते हैं. मोदी ने अंकित से पूछा कि वह शारीरिक गतिविधियों को कितना समय देते हैं, तो उन्होंने कहा 4-5 घंटे.
अंकित ने पीएम मोदी से कहा, “आपको व्यायाम करते देख मैं प्रेरित होता हूं.” इसके बाद पीएम मोदी कहते हैं, “मैं ज्यादा व्यायाम नहीं करता. मैं अपनी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को पूरा करने के लिए आवश्यक पर्याप्त व्यायाम करता हूं.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं अनुशासन का पालन करता हूं. मेरे जीवन के दो पहलू हैं जहां मैं अनुशासित नहीं हूं. एक, भोजन का समय. दूसरा, मुझे सोने पर अधिक समय देना चाहिए लेकिन मैं ऐसा करने में असमर्थ हूं.”
पीएम मोदी ने अंकित की तारीफ करते हुए कहा कि कई युवा सोशल मीडिया पर उन्हें देखकर अब वर्कआउट को फॉलो करना शुरू कर दिया है.
आखिर में पीएम मोदी ने अंकित से पूछा कि उनके लिए ’75 डे हार्ड चैलेंज’ क्या है, तो अंकित कहते हैं, “मैं पांच नियमों का पालन करता हूं. पहला, मैं दिन में दो बार वर्कआउट करता हूं, एक इनडोर और दूसरा आउटडोर. दोनों आउटडोर भी हो तो ठीक है. इसके बाद, मैं चार लीटर पानी पीता हूं. किसी भी किताब का 10 पेज पढ़ता हूं. सबसे पहले मैंने श्रीमद्भागवत का अध्ययन किया. अब मैं शिव पुराण पढ़ रहा हूं. चौथा, मैं पोषक आहार का सेवन करता हूं. अंत में, मैं अपने अंदर हो रहे बदलाव को याद रखने के लिए एक सेल्फी लेता हूं.”
यह भी पढ़ें: शांतिनिकेतन को UNESCO का टैग तब मिला है जब गुरुदेव की यह विरासत कई मुश्किलों और गिरावट से जूझ रही है
कौन हैं अंकित बैयनपुरिया
अंकित बैयनपुरिया हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं. उन्होंने 10 वीं कक्षा तक अपनी प्राथमिक शिक्षा गवर्नमेंट हाई स्कूल, बयानपुर लहरारा से की. उसके बाद अंकित ने 11 वीं और 12 वीं गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सोनीपत से पूरी की. स्नातक की पढ़ाई के लिए अंकित ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीआईजे), रोहतक में दाखिला लिया.
पढ़ाई के अलावा अंकित फिटनेस के शौकीन शुरू से ही थे. वह बॉडी बिल्डिंग के लिए किसी जिम न जाकर गांव में मौजूद पेड़, मैदान, खेत आदि का इस्तेमाल अपने वर्कआउट के लिए करते हैं. इसके अलावा वह पीएम के ’75 डे हार्ड चैलेंज’ को एक बार पूरा कर चुके हैं और दूसरी बार पूरा कर रहे हैं.
साल 2013 में बैयनपुरिया ने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था. शुरू में वह कॉमेडी वीडियो बनाते थे लेकिन कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने फिटनेस का वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड करना शुरू कर दिया. अभी अंकित के यूट्यूब चैनल पर 1 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं. इसके अलावा इंस्टाग्राम पर उनके लगभग 49 लाख फॉलोअर्स हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अंकित बैयनपुरिया ने अपना पहला ’75 डे हार्ड चैलेंज’ 28 जून, 2023 को शुरू किया था और 11 सितंबर, 2023 को उन्होंने इस कठिन चुनौती को पूरा किया. ’75 डे हार्ड चैलेंज’ के दौरान वह हर दिन इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करते थे.
यह भी पढ़ें: कौन हैं ‘स्टिकर रामू’, शंकर नाग के एक फैन- जिसने बेंगलुरु के हर ऑटो रिक्शा को कैनवास में बदल दिया